आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले 9 मैच?, बीसीसीआई-कोच गौतम के सामने गंभीर सवाल, संजू सैमसन, जितेश शर्मा, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में कैसे करें फिट?

आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका से 5 और न्यूजीलैंड से 5 टी20 मैच खेलना है। कटक में एक मैच हो चुका है। 

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 10, 2025 16:47 IST2025-12-10T16:45:32+5:302025-12-10T16:47:24+5:30

9 matches before ICC T20 World Cup 2026 questions BCCI-Coach Gautam how fit Sanju Samson, Jitesh Sharma, Arshdeep Singh and Kuldeep Yadav in playing XI? | आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले 9 मैच?, बीसीसीआई-कोच गौतम के सामने गंभीर सवाल, संजू सैमसन, जितेश शर्मा, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में कैसे करें फिट?

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Highlightsअंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जितेश टीम में फिनिशर की अपनी भूमिका को अपनी रोजी-रोटी मानते हैं। टी20 विश्व कप में शुरुआती मैचों में विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाएंगे।

मुल्लांपुरः ऑस्ट्रेलिया में खेले गए आखिरी तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में जितेश शर्मा को अंतिम एकादश में शामिल करना अगर प्रयोग जैसा लग रहा था तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के पहले मैच में अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन पर उन्हें प्राथमिकता देना अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले टीम प्रबंधन की सोच को स्पष्ट करता है। सैमसन की जगह निचले क्रम के किसी विशेषज्ञ फिनिशर को तरजीह देने के लिए थिंक टैंक को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। सैमसन को शुभमन गिल की वापसी के बाद बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष स्थान से हटा दिया गया था, जिसमें उनकी कोई गलती नहीं थी। आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका से 5 और न्यूजीलैंड से 5 टी20 मैच खेलना है। कटक में एक मैच हो चुका है। 

तब से वह अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जितेश टीम में फिनिशर की अपनी भूमिका को अपनी रोजी-रोटी मानते हैं। अगर वह दक्षिण अफ्रीका और उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली श्रृंखला में खराब प्रदर्शन नहीं करते हैं तो यह तय है कि वह टी20 विश्व कप में शुरुआती मैचों में विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाएंगे।

इस समय टीम में विकेटकीपर के विकल्पों के लिए सैमसन और जितेश के अलावा किसी और के नाम पर विचार करना भी मुश्किल है। क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना है कि अगर सैमसन को शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिलता है तो फिर निचले क्रम में बल्लेबाजी करने वाले जितेश को ही टीम में रखना सही होगा।

पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह सही फैसला है। अगर संजू बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष तीन में शामिल नहीं है और विकेटकीपर मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहा है तो आप शीर्ष क्रम के बल्लेबाज की बजाय निचले क्रम के किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज को टीम में रखना पसंद करेंगे। हर खिलाड़ी के लिए दो या चार गेंदों के लिए बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता।

जितेश इस मामले में विशेषज्ञ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप से पहले भारत को नौ मैच खेलने हैं। मुझे टी20 विश्व कप से पहले ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं लगती।’’ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में खेलने वाली टीम से यह भी संकेत मिला कि दो प्रमुख गेंदबाज अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव एक साथ अंतिम एकादश का हिस्सा नहीं हो सकते हैं क्योंकि टीम प्रबंधन आठवें नंबर तक अच्छे बल्लेबाज को रखने के पक्ष में है। अर्शदीप को संयुक्त अरब अमीरात में स्पिन गेंदबाजों के लिए अनुकूल विकेट पर अधिकतर मैच में बाहर बैठना पड़ा था।

ऑस्ट्रेलिया में भी पांच मैच में से तीन मैच में उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी। लेकिन कटक में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में अर्शदीप को मौका मिला और इस प्रारूप में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले इस तेज गेंदबाज ने जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी करते हुए एक बार फिर टीम को शुरुआती विकेट दिलाए। इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने की क्षमता का मुकाबला सबसे छोटे प्रारूप में भी करना मुश्किल है। अर्शदीप के टीम में होने के कारण एक और मैच विजेता कुलदीप यादव को बाहर बैठना पड़ा।

दासगुप्ता ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है (अर्शदीप और कुलदीप में से किसी एक को चुनना)। जिस तरह से अर्शदीप गेंदबाजी कर रहे हैं आपको उनका चयन करना ही होगा। वह इस प्रारूप में देश की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अच्छा होता अगर दोनों को टीम में जगह मिलती लेकिन ऐसा संभव नहीं लगता है।’’

संजू से प्रतिस्पर्धा करनी है तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा: जितेश

टी20 विश्व कप शुरू होने में अब जबकि दो महीने से भी कम समय बचा है तब खेल के इस छोटे प्रारूप में जितेश शर्मा विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में भारत की पहली पसंद के रूप में उभरे हैं लेकिन उन्होंने संजू सैमसन के साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा को खास तवज्जो नहीं दी और कहा कि इससे वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होते हैं।

भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में संजू के बजाय जितेश को अंतिम एकादश में रखा। उन्होंने विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन करके भारत की 101 रन से जीत में अहम भूमिका निभाई। जितेश ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (संजू) बेहतरीन खिलाड़ी है।

अगर आपको उसके खिलाफ प्रतिस्पर्धा करनी है और कंधे से कंधा मिलाकर चलना है तो मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मुझे लगता है कि हम किसी अन्य टीम के लिए नहीं बल्कि भारत की तरफ से खेलने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’’ संजू ने पिछले साल टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन शतकों की मदद से 436 रन बनाए थे।

उन्होंने अभिषेक शर्मा के साथ एक मजबूत सलामी जोड़ी बनाई थी लेकिन शुभमन गिल की टी20 टीम में वापसी के बाद संजू की टीम में जगह पक्की नहीं रही और अंतिम एकादश उनकी भूमिका अनिश्चित हो गई। जितेश ने व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा को कम महत्व दिया और कहा कि वह संजू के मार्गदर्शन में काफी कुछ सीख रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि वह टीम में है और मैं उनके मार्गदर्शन में सीख रहा हूं। वह मेरे लिए बड़े भाई की तरह हैं। मुझे लगता है कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से ही प्रतिभा निखरती है। यह टीम के लिए भी अच्छा है। इस भारतीय टीम में बहुत अधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि संजू बाहर हैं और मैं खेल रहा हूं।’’

जितेश ने कहा, ‘‘ हम भाइयों की तरह हैं। हम एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा करते हैं। जब भी मैं विकेटकीपिंग या बल्लेबाजी करता हूं तो वह मेरी बहुत मदद करते हैं।’’ जितेश ने 2023 में एशियाई खेलों में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से फिनिशर की भूमिका अच्छी तरह से निभाई है और इसलिए उन्हें संजू पर प्राथमिकता दी गई।

उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुझे ज्यादा आराम नहीं मिला। मैं एशिया कप में खेला था। पिछले दो-तीन वर्ष से मैं आईपीएल में फिनिशर की भूमिका निभा रहा हूं। यही मेरी रोजी-रोटी है। अभ्यास के दौरान मैं मैच की स्थिति को ध्यान में रखकर खेलता हूं तथा अपने कौशल का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहता हूं।’’

जितेश ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से मेरी भूमिका स्पष्ट है कि मैं मध्यक्रम में या निचले क्रम में बल्लेबाजी करूंगा। टीम प्रबंधन ने मेरी भूमिका और मुझसे की जाने वाली अपेक्षा के बारे में मुझे स्पष्ट रूप से बता दिया है जिससे मुझे फायदा मिल रहा है।’’

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे मैच में गिल पर रहेगी नजर

अभी तक सबसे छोटे प्रारूप में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे शुभमन गिल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपने घरेलू मैदान पर फॉर्म में वापसी करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे। पांच मैचों की इस श्रृंखला के पहले दो मैचों के बीच केवल एक दिन का अंतराल है और ऐसे में गिल को सीधे मैदान पर उतरकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

टीम इस प्रकार हैं:

भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, जितेश शर्मा, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, संजू सैमसन।

दक्षिण अफ्रीका: एडेन मार्क्रम (कप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), ट्रिस्टन स्टब्स, डेवाल्ड ब्रेविस, डेविड मिलर, डोनोवन फरेरा, मार्को यानसन, केशव महाराज, लूथो सिपाम्ला, एनरिक नोर्किया, लुंगी एनगिडी, जॉर्ज लिंडे, क्वेना मफाका, रीजा हेंड्रिक्स, कॉर्बिन बॉश, ओटनील बार्टमैन।

मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा।

भारत ने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 101 रन से करारी शिकस्त दी लेकिन सितंबर में एशिया कप में टी20 टीम में वापसी करने वाले गिल का औसत प्रदर्शन अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है। गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन टी20 में वह अपनी इस सफलता को नहीं दोहरा पाए हैं जिससे उन पर दबाव बनना स्वाभाविक है।

संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा शीर्ष क्रम में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, फिर भी टीम प्रबंधन ने गिल की टी20 सलामी बल्लेबाज के रूप में क्षमता पर अधिक भरोसा दिखाया। इसके बाद संजू की टीम में जगह अनिश्चित हो गई। टेस्ट और वनडे कप्तान गिल आसानी से वह भूमिका निभा सकते हैं जो विराट कोहली ने पिछले साल टी20 विश्व कप तक भारत के लिए निभाई थी।

भारतीय टीम में आठवें नंबर तक बल्लेबाजी के विकल्प मौजूद हैं और उसने अब अपने निडर दृष्टिकोण को और मजबूत कर लिया है, जिससे एक सूत्रधार के लिए बहुत कम जगह बची है। गिल निश्चित रूप से पावरप्ले में अभिषेक शर्मा की तरह आक्रामक बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं और इसलिए उन्हें यह पता लगाना होगा कि वह अपनी भूमिका कैसे अच्छी तरह निभा सकते हैं।

गिल के अलावा कप्तान सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन भी अगले साल फरवरी मार्च में होने वाले विश्व कप से पहले चिंता का विषय बना हुआ है। उनका विश्व कप से पहले फॉर्म में लौटना भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। न्यू चंडीगढ़ के ठंडे वातावरण में भारत का अपने विजयी संयोजन में कोई बदलाव करने की संभावना नहीं है।

चोट से उबरकर राष्ट्रीय टीम में वापसी करते हुए हार्दिक पंड्या ने अदद ऑलराउंडर के रूप में अपनी स्थिति को फिर से साबित कर दिया। कटक में पहले मैच में उनकी 28 गेंदों में खेली गई 59 रन की पारी ने मुश्किल विकेट पर बहुत बड़ा अंतर पैदा किया। वह अपने इस प्रदर्शन को यहां भी जारी रखने के लिए उत्सुक होंगे।

पहले मैच में खेलने वाली टीम से यह भी संकेत मिला कि दो प्रमुख गेंदबाज अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव एक साथ अंतिम एकादश का हिस्सा नहीं हो सकते हैं क्योंकि टीम प्रबंधन आठवें नंबर तक अच्छे बल्लेबाज को रखने के पक्ष में है। पहले मैच में अर्शदीप को मौका मिला और इस प्रारूप में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले इस तेज गेंदबाज ने जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी करते हुए एक बार फिर टीम को शुरुआती विकेट दिलाए। दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका के लिए बल्लेबाजी चिंता का विषय होगा क्योंकि उसकी टीम 176 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केवल 74 रन पर आउट हो गई।

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एडेन मार्क्रम ने भी स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाज परिस्थितियों के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए। मार्क्रम ने पहले मैच के बाद कहा, ‘‘आजकल टी20 क्रिकेट में चीजों को समझने का ज्यादा समय नहीं मिलता।

लेकिन सबसे बड़ा कारण स्पष्ट रूप से साझेदारी न बना पाना, विकेट गिरने के बाद संभल न पाना और लय न बना पाना था। हमें इस पर गौर करना होगा।’’ सितंबर में दो महिला वनडे मैचों की मेजबानी करने के बाद इस मैदान पर पहली बार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जाएगा। मैच के दौरान युवराज सिंह और हरमनप्रीत कौर के नाम पर बने स्टैंड का भी अनावरण किया जाएगा।

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