Video: भारत ने 12 साल पहले पाक को हरा जीता था टी20 वर्ल्ड कप, देखें कैसा था आखिरी ओवर का रोमांच

24 सितंबर 2007 को भारतीय टीम ने एमएस धोनी की कप्तानी में फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था।

By सुमित राय | Published: September 24, 2019 12:34 PM

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ठळक मुद्दे12 सितंबर 2007 को भारतीय टीम पाकिस्तान को हराकर टी20 चैंपियन बनी थी।1983 के बाद पहला मौका था जब टीम इंडिया किसी फॉर्मेट में विश्व चैंपियन बनी थी।गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने आखिरी ओवर में नाटकीय ढंग से भारत को जीत दिलाई थी।

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आज यानि 24 सितंबर का दिन बेहद ही यादगार है, क्योंकि आज ही के दिन 12 साल पहले भारतीय टीम ने पाकिस्तान को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में हराकर खिताब अपने नाम किया था। 24 सितंबर 2007 को भारतीय टीम ने एमएस धोनी की कप्तानी में फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया था।

कपिल देव की कप्तानी में 1983 में वनडे के वर्ल्ड कप के बाद ये पहली बार था जब भारत की टीम क्रिकेट के किसी फॉर्मेट में विश्व चैंपियन बनी थी। टीम इंडिया की इस जीत हीरो कप्तान धोनी के अलावा गेंदबाज जोगिंदर शर्मा रहे थे, जिन्होंने आखिरी ओवर में नाटकीय ढंग से भारत को जीत दिलाई थी। भारतीय क्रिकेट में जोगिंदर शर्मा आज भले ही बड़े नाम नहीं हो, लेकिन अपने छोटे करियर में एक गेंद से उन्होंने ऐसा कारनामा किया, जिससे इस गेंदबाज का नाम इतिहास में दर्ज हो गया।

एमएस धोनी की कप्तानी में भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहा था। इस वर्ल्ड कप के ठीक पहले वेस्टइंडीज में हुए वनडे वर्ल्ड कप में भारत ग्रुप स्टेज से बाहर हो चुका था और तमाम स्टार खिलाड़ी भारतीय फैंस के निशाने पर थे। इन तमाम मुश्किलों के बीच युवा खिलाड़ियों से भरी हुई टीम इंडिया पहली बार हो रहे इस टी20 में वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने पहुंची थी।

फाइनल में पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर जीता पहला टी20 वर्ल्ड कप

भारत ने इस वर्ल्ड के फाइनल में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया 5 विकेट खोकर 157 रन बनाए। गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रनों की पारी खेलते हुए भारत की ओर से सबसे बड़ी पारी खेली। गंभीर के अलावा छठे नंबर पर बैटिंग करने उतरे रोहित शर्मा ने भी नाबाद 30 रन बनाए। धोनी केवल 6 रन और युवराज 14 रन बना सके।

बहरहाल, अब सबकुछ भारतीय गेंदबाजों पर निर्भर था। आरपी सिंह और इरफान पठान ने तीन-तीन विकेट झटकते हुए पाकिस्तान को लगातार दबाव में रखा और दोनों टीमों के बीच संघर्ष आखिरकार आखिरी ओवर में पहुंच गया।

कुछ ऐसा था आखिरी ओवर का रोमांच

पाकिस्तान को आखिरी ओवर में 13 रनों की जरूरत थी और उसका एक विकेट बाकी था। पाकिस्तान की ओर से  मोहम्मद आसिफ 4 रन और मिस्बाह-उल-हक 37 रन बनाकर खेल रहे थे। सब की नजरें धोनी पर थीं कि वे आखिरी ओवर किसे थमाते हैं। हरभजन के खाते में एक ओवर बाकी था और ऐसा लग रहा था कि यूसुफ पठान को भी गेंद दी जा सकती है। धोनी ने हालांकि सबसे अलग फैसला लेते हुए जोगिंदर शर्मा को गेंद थमा दी। 

जोगिंदर ने पहली गेंद वाइड डाली और फिर दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं आया। इसके बाद ओवर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह-उल-हक ने छक्का जड़ते हुए भारतीय फैंस की सांसें रोक दी। हालांकि, तीसरी गेंद पर मिस्बाह ने शॉर्ट फाइन-लेग के ऊपर से शॉट खेलने की कोशिश की और वे एस श्रीसंत के हाथों कैच हो गये। इसी के साथ भारत ने टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया।

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