2021 T20 World Cup: एमएस धोनी के ‘मेंटर’ के रूप में होने से बहुत खुश, कप्तान विराट कोहली बोले-मनोबल बढ़ेगा

2021 T20 World Cup: COVID-19 महामारी के कारण 2020 पुरुष T20 विश्व कप स्थगित हो गया था। विश्व कप भारत में होने वाला था।

By सतीश कुमार सिंह | Published: October 16, 2021 6:30 PM

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ठळक मुद्देआगामी 2021 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के आयोजन स्थल के रूप में चुना गया है।यूएई और ओमान में स्थानांतरित कर दिया गया।

2021 T20 World Cup: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि टी20 विश्व कप के लिए एमएस धोनी के ‘मेंटर’ के रूप में होने से बहुत खुश हूं, उनकी उपस्थिति से मनोबल बढ़ेगा। 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। 

COVID-19 महामारी के कारण 2020 पुरुष T20 विश्व कप स्थगित हो गया था। विश्व कप भारत में होने वाला था, लेकिन बाद में इसे यूएई और ओमान में स्थानांतरित कर दिया गया। आगामी 2021 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के आयोजन स्थल के रूप में चुना गया है।

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को कहा कि टीम के ‘मेंटर’ महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी , व्यवहारिक सलाह और जटिल बारीकियों पर नजर से टी20 विश्व कप में उनकी टीम का आत्मविश्वास बढेगा । धोनी को पिछले महीने ही बीसीसीआई ने टी20 विश्व कप में भारत की 15 सदस्यीय टीम का ‘मेंटर’ बनाया था ।

टूर्नामेंट से पहले मीडिया से बातचीत में कोहली ने धोनी की नियुक्ति पर प्रसन्नता जताई । कोहली ने आईसीसी द्वारा आयोजित मीडिया सत्र में कहा ,‘‘ उनके पास अपार अनुभव है । वह खुद भी काफी रोमांचित हैं । वह हमेशा ही हम सबके लिये मेंटर रहे हैं । अपने कैरियर की शुरूआत में ही इतना बड़ा टूर्नामेंट खेल रहे युवाओं को काफी फायदा मिलेगा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ जटिल बारीकियों पर उनकी नजर और व्यवहारिक सलाह से हमें खेल को एक या दो प्रतिशत बेहतर करने में मदद मिलेगी । उनके आने से बहुत खुश हूं । उनकी मौजूदगी से मनोबल और आत्मविश्वास दोनों बढेगा ।’ धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने शुक्रवार को आईपीएल खिताब चौथी बार जीता ।

चेन्नई सुपर किंग्स को चौथी बार आईपीएल खिताब दिलाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी अब टी20 विश्व कप में मैदान के बाहर टीम इंडिया के ‘मेंटर’ की भूमिका में होंगे और पिछले 17 वर्ष मैदान के भीतर अपने फन का लोहा मनवाने के बाद मैदान से बाहर की इस भूमिका में उन्हें देखना दिलचस्प होगा । इसमें धोनी का काम अपने अनुभव और समझ को साझा करने का होगा लेकिन यह कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री पर निर्भर करेगा कि वह उसका इस्तेमाल कैसे करते हैं ।

भारतीय क्रिकेट में ‘मेंटर’ शब्द के व्यापक मायने हैं जो एक रणनीतिकार, प्रेरणास्रोत या सलाहकार (साउंडिंग बोर्ड) हो सकता है । धोनी के मामले में वह सलाहकार हो सकते हैं क्योंकि बड़े टूर्नामेंट नहीं जीतने के बावजूद यह भारतीय टीम लंबे समय से ‘ आटो पायलट मोड’ में है। धोनी को जानने वालों को पता है कि वह जरूरत पड़ने पर ही बोलेंगे और शास्त्री या कोहली के काम में कभी दखल नहीं देंगे । इस टीम के अधिकांश सीनियर खिलाड़ियों के वह कप्तान रहे हैं जिन्होंने उनके कप्तान रहते पदार्पण किया और उनके मार्गदर्शन से सुपरस्टार बने।

भारतीय टीम के साथ एक महीने जुड़कर धोनी को क्या फायदा होगा । उन्हें यह आकलन करने का मौका मिलेगा कि क्या वह सीधे मेंटर बनकर अगले आईपीएल के लिये सीएसके की रिटेंशन फीस बचा सकते हैं । धोनी ने आईपीएल में अपने भविष्य को लेकर खुलकर कुछ नहीं कहा है । उन्होंने कहा है कि सीएसके में उनकी भूमिका बीसीसीआई की रिटेंशन नीति पर निर्भर होगी।

वह टीम इंडिया के डग आउट का हिस्सा होंगे और अगर उन्हें लगता है कि वह कोहली की टीम को मदद करने में सफल रहे हैं तो अगले सत्र में आईपीएल में मैदान पर मौजूद रहे बिना मेंटर की भूमिका में सीएसके के साथ हो सकते हैं । धोनी अपने फैसलों को थोपने में विश्वास नहीं रखते।

उनका मानना है कि फैसले बाध्यता में नहीं लिये जाते। बतौर सलाहकार कुछ मसलों पर उनकी राय काफी मायने रखेगी। मसलन रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज केएल राहुल करेंगे या ईशान किशन । चूंकि सीएसके में रुतुराज गायकवाड़ और फाफ डु प्लेसी की सलामी जोड़ी काफी कामयाब रही है।

इसके अलावा हार्दिक पंड्या को सिर्फ बल्लेबाज के रूप में उतारने या शारदुल ठाकुर को हरफनमौला के तौर पर खिलाने को लेकर भी उनसे राय ली जा सकती है। टीम संयोजन और रणनीति से जुड़े मसलों पर धोनी की राय काफी मायने रखेगी।

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