Highlightsसफेद गेंद के प्रारूप से भी विदा ले ली है।चार टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 मैच खेलकर 2764 रन बनाये हैं।काफी कठिन फैसला था लेकिन मैं इससे खुश हूं।
केपटाउनः क्रिकेट में आज 2 बड़े झटके लगे हैं। ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल के बाद दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने सोमवार (2 जून) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। उन्होंने 2024 में अपना लाल गेंद वाला करियर समाप्त करने के बाद सफेद गेंद के प्रारूप से संन्यास ले लिया है। क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए सात साल तक खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने का फैसला किया। क्लासेन ने काम और जिंदगी में संतुलन लाने और दुनिया भर में फ्रेंचाइजी लीग में भी अपनी प्राथमिकतायें तय करने की कवायद में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से तुरंत प्रभाव से संन्यास ले लिया। तैतीस वर्ष के क्लासेन ने पिछले साल जनवरी में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था। अब उन्होंने सफेद गेंद के प्रारूप से भी विदा ले ली है।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिये चार टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 मैच खेलकर 2764 रन बनाये हैं। क्लासेन ने इंस्टाग्राम पर लिखा ,‘मेरे लिये यह दुखद दिन है, क्योंकि मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया है । मुझे यह तय करने में काफी समय लगा कि भविष्य में मेरे और परिवार के लिये क्या बेहतर है। यह काफी कठिन फैसला था लेकिन मैं इससे खुश हूं।’
दुनिया भर में टी20 लीग में काफी लोकप्रिय बल्लेबाज क्लासेन ने हाल ही में सनराइजर्स हैदराबाद के लिये आईपीएल में खेला और शतक भी लगाया। अब वह इस महीने के आखिर में अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट में सीएटल ओर्कास के लिये खेलेंगे । भारत के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल खेल चुके क्लासेन ने कहा ,‘पहले दिन से ही देश के लिये खेलना सबसे गौरव की बात रही।
मैंने हमेशा से इसका सपना देखा था।’ उन्होंने कहा ,‘मैं अब अपने परिवार के साथ अधिक समय बिता सकूंगा।’ उन्होंने कहा ,‘मैंने कई अच्छे दोस्त बनाये जो जिंदगी भर रहेंगे। दक्षिण अफ्रीका के लिये खेलने से मुझे महान लोगों से मिलने का मौका मिला जिसने मेरी जिंदगी बदल दी। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं। मैं अपने सभी कोचों का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा रखा।
अपनी छाती पर दक्षिण अफ्रीका का बैज लगाकर खेलना मेरे कैरियर में सबसे बड़े सम्मान की बात रही।’ ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने अगले साल भारत और श्रीलंका में होने वाले टी20 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सोमवार को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस 36 वर्षीय विस्फोटक बल्लेबाज और ऑफ स्पिन गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 149 एकदिवसीय मैच खेले।
मैक्सवेल ने वनडे में कुछ यादगार पारियां खेली जिसमें वनडे विश्व कप 2023 में अफगानिस्तान के खिलाफ 128 गेंद पर खेली गई 201 रन की पारी भी शामिल है। उन्होंने फाइनल वर्ड पॉडकास्ट से कहा, "मुझे लगा कि मेरा शरीर जिस तरह से परिस्थितियों के अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं कर रहा था, उससे मैं टीम को थोड़ा निराश कर रहा था।
मैंने (चयनसमिति के अध्यक्ष) जॉर्ज बेली के साथ अच्छी बातचीत की और उनसे पूछा कि आगे के बारे में उनके क्या विचार हैं।’’ मैक्सवेल ने कहा,‘‘हमने 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप पर चर्चा की। मैंने उनसे कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं इसमें सफल हो पाऊंगा। अब समय आ गया है कि आप अन्य खिलाड़ियों के लिए योजना बनानी शुरू करें।’
मैक्सवेल को हाल में उंगली की चोट के कारण इंडियन प्रीमियर लीग को बीच में ही छोड़ना पड़ा था। उन्होंने कहा,‘‘मैं शुरू से कहता रहा हूं कि अगर मुझे लगता है कि मैं अब भी खेलने लायक हूं तो मैं टीम में बना रहूंगा। मैं अपने स्वार्थ के लिए नहीं खेलना चाहता हूं।’’ मैक्सवेल का स्ट्राइक रेट 126 है जो वनडे क्रिकेट में दूसरा सबसे ज़्यादा है।
वह वेस्टइंडीज़ के आंद्रे रसेल से पीछे हैं। उन्होंने एक गेंदबाज के रूप में वनडे में 77 विकेट लिए हैं जबकि एक बल्लेबाज के रूप में चार शतक और 23 अर्धशतक भी लगाए हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बयान में कहा, "मैक्सवेल ने भारत और श्रीलंका में 2026 आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप, बिग बैश लीग और अपनी अन्य वैश्विक प्रतिबद्धताओं को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।’’