क्रिकेट जगत को हिलाकर रख देने वाले बॉस टैम्परिंग विवाद के तूफान से ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन बच गए हैं। बुधवार को मामले जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया प्रमुख जेम्स सदरलैंड ने कहा कि लेहमेन की 12वें खिलाड़ी पीटर हैंड्सकॉम्ब के साथ वॉकी-टॉकी पर हुई बातचीत उनके इस घटना में शामिल ने होने का महत्वपूर्ण सबूत है।
इस घटना में शामिल टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ, उपकप्तान डेविड वॉर्नर और ओपनिंग बल्लेबाज कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर एक साल तक का बैन लगा दिया गया है। लेकिन कोच लेहमन को उनके पद पर बरकरार रखा गया है।
केपटाउन टेस्ट की टेलिविजन फुटेज में दिखाया गया था कि जब कैमरों ने बैनक्रॉफ्ट को गेंद की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश करते हुए पकड़ा तो उस दौरान कोच लेहमन 12वें खिलाड़ी पीटर हैंड्सकॉम्ब को वॉकी-टॉकी से कुछ संदेश दे रहे थे। (पढ़ें: बॉल टैम्परिंग विवाद के बाद ऑस्ट्रेलियाई कोच लेहमन ने बताया फ्यूचर प्लान)
जेम्स सदरलैंड ने पत्रकारों से कहा, 'मैं उस विशेष बिंदु को स्पष्ट करना चाहता हूं। उन्होंने (लेहमन) ने ये कहने के लिए एक संदेश भेजा, 'वॉट द हेल इज गोइंग ऑन' (ये क्या हो रहा है), सिवाय इसके कि उन्होंने 'hell' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।'
उन्होंने कहा, '(क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इंटिग्रिटी प्रमुख) इयान रॉय ने अपनी जांच में यही तथ्य पाया।' सदरलैंड ने कहा, मै इस बात से संतुष्ट हूं कि डेरेन लेहमन इसमें शामिल नहीं थे और इस योजना के बारे में कुछ नहीं जानते थे।' (पढ़ें: बॉल टैम्परिंग विवाद: डेविड वॉर्नर ने तोड़ी चुप्पी, सोशल मीडिया पर फैंस से मांगी माफी)
बॉल टैम्परिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक-एक साल का बैन लगा दिया है। साथ ही इन दोनों को इसकी वजह से अपना सालाना 2 मिलियन डॉलर का करार भी गंवाना पड़ा है। यही नहीं दोनों इस साल के आईपीएल से भी बाहर हो गए हैं। वहीं मामले के तीसरे दोषी बैनक्रॉफ्ट पर इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट खेलने पर नौ महीने का बैन लगाया गया है। (पढ़ें: बॉल टैम्परिंग: स्टीव स्मिथ को एयरपोर्ट पर झेलनी पड़ी शर्मिंदगी, लगे 'धोखेबाज-धोखेबाज' के नारे)
सदरलैंड ने कहा, 'मैंने तीनों खिलाड़ियों से निजी तौर पर बात की। वे बहुत दुखी और ग्लानि से भरे हुए हैं।'
डेरेन लेहमन को 2013 में मिकी ऑर्थर को बर्खास्त किए जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया का कोच बनाया गया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम लेहमन की कोचिंग में काफी कामयाब रही है और इस दौरान उसने 30 टेस्ट जीते हैं, 19 हारे हैं और 8 मैच ड्रॉ रहे हैं।