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Chhattisgarh Election Results 2023: भाजपा बहुमत के करीब, CM के लिए इनमें से किसी 1 चेहरे पर लग सकती है आलाकमान की मुहर

By आकाश चौरसिया | Updated: December 3, 2023 18:38 IST

साव ने आरएसएस के युथ विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरुआत की थी, वो संघ की विचारधारा से बेहद प्रभावित रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने एक वक्त पर भाजपा के जिलाध्यक्ष की भूमिका भी अदा की है।

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ठळक मुद्देरेस में सबसे आगे छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्षवहीं, ओपी चौधरी को अमित शाह का करीबी होने की वजह से माना जा रहा सीएम का दावेदाररमन सिंह भी इस रेस में बने हुए हैं

नई दिल्ली: भाजपा ने छत्तीसगढ़ विधानसभा 2023 में वापसी कर ली है। चुनाव आयोग के रुझानों में भाजपा को 54 और कांग्रेस को 36 सीटें मिली हैं। लेकिन, इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कुल 26 सीटों पर परिणाम घोषित कर दिये हैं, इसमें भाजपा को 16 और कांग्रेस को 10 सीटें प्राप्त हुई हैं। अब इसके बाद प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे पर बहस छिड़ गई है। इसमें सबसे पहला नाम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का आ रहा है। 

साव ने आरएसएस के युथ विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरुआत की थी, वो संघ की विचारधारा से बेहद प्रभावित रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने एक वक्त पर भाजपा के जिलाध्यक्ष की भूमिका भी अदा की है। इसके बाद भाजपा में राज्य में सह-महामंत्री के पद पर भी रहे और तो और साव ने बूथ लेवल कार्यकर्ता के पद पर भी रहे हैं। उन्होंने पहली बार छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से चुनाव जीता था, वहीं, पिछले साल नवंबर में उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति की थी। 

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, 71 वर्षीय राजपूत, मुख्यमंत्री पद के लिए एक और दावेदार हैं। सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1984 में की जब वह कवर्धा में पार्षद के रूप में चुने गए। 1998 में चुनाव हारने से पहले उन्होंने 1990 के दशक में मध्य प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में कार्य किया।

उन्होंने 1999 के राष्ट्रीय चुनावों में राजनांदगांव से कांग्रेस के मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को हराया और प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बने। सिंह मुख्यमंत्री बने, हालांकि पार्टी ने उन्हें 2003 के छत्तीसगढ़ चुनावों में शीर्ष पद के लिए उम्मीदवार के रूप में भी पेश नहीं किया था।

अगस्त 2018 में राजनीति में एंट्री करने के लिए नौकरशाही छोड़ने वाले 2005 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी ओपी चौधरी भी संभावित मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से हैं। उन्होंने 2018 में खरसिया से चुनाव लड़ा लेकिन असफल रहे। चौधरी रायगढ़ सीट पर कांग्रेस के प्रकाश शक्रजीत नायक के खिलाफ 34,993 वोटों के अंतर से जीतने में कामयाब रहे।

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