Chhattisgarh Assembly Elections 2023: कांग्रेस ने लगाया भूपेश बघेल पर दांव, क्या भाजपा दे पाएगी मात, जनिए क्या कहते हैं आंकड़ें
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 9, 2023 10:49 AM2023-10-09T10:49:57+5:302023-10-09T10:56:59+5:30
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के बीच कड़ी टक्क्कर होने की उम्मीद जाहिर की जा रही है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के बीच कड़ी टक्क्कर होने की उम्मीद जाहिर की जा रही है। आज केंद्रीय चुनाव आयोग छत्तीसगढ़ के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों के तारीख का ऐलान करेगा।
खबरों के मुताबिक चुनाव आयोग न केवल छत्तीसगढ़ की 90 सीटों बल्कि मध्य प्रदेश की 230 सीटों, राजस्थान की 200 सीटों, तेलंगाना की 119 सीटों और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर 15 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच में मतदान करा सकती है।
अगर हम छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव के कुल 90 सीटों पर दो चरणों में मतदान संपन्न हुए थे। उसमें पहले चरण में 18 सीटों पर वहीं दूसरे चरण में 72 सीटों पर मतदान हुआ था।
साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने भूपेश बघेल की अगुवाई में 90 में से 68 सीटें जीतकर भाजपा को मात दी थी। कांग्रेस ने रमन सिंह से लगातार 15 साल के शासन के बाद सूबे में सरकार बनाई थी। उस चुनाव में भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। वहीं दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने भी पांच सीटों पर बाजी मारी थी, जबकि दो सीटें बसपा के खाते में गई थीं।
उसके बाद सूबे की पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी हुए थे, जिसमें सभी पांचों सीटें सत्ताधारी कांग्रेस की झोली में गई थी। मौजूदा वक्त की बात करें तो छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं, वहीं भाजपा के पास 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पास चार और बसपा के पास एक विधायक है।
साल 2023 के चुनाव में सबसे दिलचस्प लड़ाई पाटन विधानसभा सीट पर होने की उम्मीद जताई जा रही है क्योंकि यह सीट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पारंपरिक सीट मानी जाती है और भाजपा ने इस बार पाटन सीट से सीएम बघेल के भतीजे विजय बघेल को उम्मीदवार बनाया है।
छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में 90 विधानसभा सीटों में 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। साल 2018 के चुनाव में 1.85 करोड़ मतदाताओं ने छत्तीसगढ़ की सरकार को चुना था।