रायपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए भूपेश बघेल से ज्यादा अकबर प्रिय हैं।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "जब मैंने अकबर के बारे में बोला तो कांग्रेस ने मेरे खिलाफ शिकायत की। अगर मैंने टीएस सिंह देव या बघेल या किसी कांग्रेस नेता के खिलाफ कुछ बोला होता तो शिकायत दर्ज करना समझ में आता। मुझे लगता है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए अकबर भूपेश बघेल से अधिक महत्वपूर्ण है। आखिर अकबर इतना प्रिय क्यों है?”
इस बीच चुनाव आयोग ने 26 अक्टूबर को कवर्धा में छत्तीसगढ़ चुनाव अभियान के दौरान सीएम सरमा के दिये भाषण को आपत्तिजनक पाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस में उल्लेख किया है कि 18 अक्टूबर को हिमंत बिस्वा सरमा के दिये भाषण में कुछ हिस्से प्रथम दृष्टया उल्लंघनकारी पाए गए हैं।
इस नोटिस के इतर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने छत्तीसगढ़ चुनाव में बीजेपी के घोषणापत्र के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ''बीजेपी का घोषणापत्र खरा सोना होगा, बीजेपी सही समय पर सही फैसला लेगी। इस बार भी बीजेपी अच्छा घोषणापत्र जारी करेगी, थोड़ा इंतजार करें।"
उन्होंने कहा, ''इस साल के चुनाव में भूपेश बघेल का नाम बदला जा रहा है, कांग्रेस भी उन्हें धीरे-धीरे सीएम पद से हटा रही है क्योंकि बीजेपी छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने जा रही है।''
छत्तीसगढ़ में कथित धर्मांतरण के बारे में बोलते हुए सरमा ने कहा, 'छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण कोई मुद्दा नहीं है, यह एक सामाजिक मुद्दा है, यह बहुत बड़ा मुद्दा है। दरअसल यह हमारे खिलाफ हो रही एक आपराधिक साजिश है, अगर छत्तीसगढ़ को बचाना है तो कोई बड़ा कानून बनना चाहिए।”
उन्होंने कहा, "धर्मांतरण के खिलाफ व्यवस्था को कठोर करना होगा, कोई भी लालच देकर धर्मांतरण नहीं करा सके। अगर मैं मुख्यमंत्री से सवाल करुंगा तो खुद भूपेश बघेल धर्मांतरण के खिलाफ होंगे।''
छत्तीसगढ़ में नवंबर में 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में चुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ में 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। राज्य की शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 3 दिसंबर होगी।