नई दिल्ली: वॉरेन बफेट के लंबे समय तक रहे सहयोगी 99 वर्षीय चार्ली मुंगर का निधन हो गया है। इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कई निवेशकों ने शेयर की। इसके अलावा अब मुंगर के परिजन ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि उनकी मृत्यु बुधवार सुबह हो गई है।
वॉरेन बफेट के साथ बर्कशायर हैथवे में मुंगर ने दशकों तक काम किया है, जहां उन्होंने उपाध्यक्ष की भूमिका अदा की। यह बात एएफपी की रिपोर्ट में सामने आई है।
भागीदारी और प्रेरणा से बर्कशेयर हैथवे की नींव पड़ीएएफपी के अनुसार, वॉरेन बफेट ने कहा कि बर्कशेयर हैथवे की नींव उनकी वर्तमान स्थिति के मुताबिक नहीं खड़ी हुई है बल्कि चार्ली की बुद्धिमता, भागीदारी और प्रेरणा से ये सब हो पाया है।
बफेट की तरह मुंगर के परिवार का जन्म और पालन-पोषण ओमाहा, नेब्रास्का में हुआ। 1959 में दोनों की दोस्ती हुई और यह अगले 60 वर्षों तक बरकरार रही। 1978 में बफेट को ज्वाइन करने के बाद चार्ली मुंगर के सहयोग से बर्कशेयर कंपनी को 780 बिलियन डॉलर रुपये के कारोबार तक पहुंची।
टिम कुक ने क्या कहा?चार्ली को याद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एप्पल के सीईओ ने कहा, "बिजनेस के बेताज बादशाह और अपनी आसपास की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते थे, चार्ली मुंगर ने अमेरिकी संस्थाओं को बढ़ने में मदद की है और उनकी बुद्धिमता और क्षमताओं से प्रेरणा लेकर कई ऐसे लीडर्स भी आज बन चुके हैं। उन्हें निश्चित तौर पर याद किया जाएगा।"
इस क्रम में साहिल ब्लूम ने 'एक्स' पर लिख कर कहा, "चार्ली मुंगर ने उन्हें एक ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने माना भी और वह उनके जीवन से जुड़े एक बेहतर सलाह थी। उन्होंने बताया था कि कैसे एक बेहतर पत्नी को खोजे? इसपर चार्ली ने बताया था कि आप जो पाना चाहते हैं, उसे पाने के लिए, आपको उस चीज़ के लायक होना होगा जो आप चाहते हैं।"
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर डी मुथुकृष्णन ने भी 'एक्स' के जरिए कहा, "हम इतने समय पर बहुत मुश्किल से जाग पाते हैं, और फिर देखा कि यह खबर आई, चार्ली मुंगर 99 की उम्र में मृत्यु हो चुकी है। वह आगामी जनवरी में 100 वर्ष के होने वाले थे। एक युग का अंत हो गया है। वह बफेट के पिछले 6 दशक के दोस्त थे और बर्कशेयर हैथवे को नई ऊंचाइयों पर ले गए। वह नए निवेशकों के लिए भी एक अच्छे शिक्षक थे। वे बताते थे कि कैसे निवेश और बिजनेस चलाया जाए।"
ब्राइन फेरोल्डी ने भी कहा, "चार्ली मुंगेर आपकी आत्मा को शांति मिले और मैं उन्हें मनोविज्ञान पर दिये गये इस गलत निर्णय के लिए हमेशा याद रखूंगा। यदि आपके पास एक घंटा है, तो यह समय के लायक है।"