Vibrant Gujarat Summit 2024: गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन निवेश की होड़, भारत की पहली और विश्व स्तरीय कार्बन फाइबर सुविधा, अंबानी ने की घोषणा, डीपी वर्ल्ड और टाटा समूह ने...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 10, 2024 01:35 PM2024-01-10T13:35:49+5:302024-01-10T13:37:21+5:30
Vibrant Gujarat Summit 2024: वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के यहां आयोजित 10वें संस्करण में अंबानी ने कहा कि रिलायंस एक गुजराती कंपनी थी, है और रहेगी।
Vibrant Gujarat Summit 2024: उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी रिलायंस हजीरा में भारत की पहली और विश्व स्तरीय कार्बन फाइबर सुविधा स्थापित करेगी। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के यहां आयोजित 10वें संस्करण में अंबानी ने कहा कि रिलायंस एक गुजराती कंपनी थी, है और रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ रिलायंस ने पिछले सिर्फ 10 वर्ष में पूरे भारत में विश्व स्तरीय संपत्ति तथा क्षमताएं स्थापित करने में 150 अरब अमेरिकी डॉलर (12 लाख करोड़) से अधिक का निवेश किया है। इसमें से एक तिहाई से अधिक निवेश केवल गुजरात में किया गया।’’ उन्होंने कहा कि रिलायंस गुजरात को हरित वृद्धि में वैश्विक नेता बनाने में योगदान देगा।
चेयरमैन ने कहा, ‘‘हम 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के जरिए गुजरात की आधी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लक्ष्य में मदद करेंगे।’’ अंबानी ने कहा, ‘‘ रिलायंस ने जामनगर में 5,000 एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू कर दिया है।
इससे बड़ी संख्या में नौकरियों का सृजन होगा और हरित उत्पाद तथा सामग्रियों का उत्पादन संभव होगा जो गुजरात को हरित उत्पादों का अग्रणी निर्यातक बना देगा।’’ उन्होंने कहा कि 2036 ओलंपिक के लिए भारत की दावेदारी के लिए रिलायंस तथा रिलायंस फाउंडेशन गुजरात में कई अन्य साझेदारों के साथ मिलकर शिक्षा, खेल और कौशल के बुनियादी ढांचे में सुधार करेंगे।
जो विभिन्न ओलंपिक खेलों में कल के चैंपियन को तैयार करेंगे। अंबानी ने कहा, ‘‘ दुनिया की कोई भी ताकत भारत को 2047 तक 35000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने से नहीं रोक सकती। मुझे लगता है कि अकेले गुजरात ही तब तक 3000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।’’
टाटा समूह गुजरात में सेमीकंडक्टर कारखाने का करेगा निर्माण : एन. चंद्रशेखरन
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बुधवार को कहा कि टाटा समूह गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर कारखाने का निर्माण करेगा। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के यहां आयोजित 10वें संस्करण में चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह दो महीने में साणंद में लिथियम आयन बैटरी बनाने के लिए 20 गीगावॉट की गीगाफैक्टरी शुरू करने वाला है।
उन्होंने कहा कि टाटा समूह ने एक संकल्प किया जो पूरा होने वाला है। साथ ही धोलेरा में ‘‘ विशाल सेमीकंडक्टर फैब ’’ की घोषणा करते हैं। चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘ ‘सेमीकंडक्टर फैब’ के लिए बातचीत पूरी होने वाली है और 2024 में इसे शुरू करेंगे।’’
डीपी वर्ल्ड गुजरात में कंटेनर टर्मिनल बनाएगा: चेयरमैन सुल्तान अहमद बिन सुलेयम
वैश्विक लॉजिस्टिक्स प्रबंधन एवं सेवा कंपनी डीपी वर्ल्ड के चेयरमैन सुल्तान अहमद बिन सुलेयम ने बुधवार को कहा कि कंपनी गुजरात में एक कंटेनर टर्मिनल का निर्माण करेगी, साथ ही भारत में और निवेश को प्रतिबद्ध है। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के यहां आयोजित 10वें संस्करण में सुल्तान अहमद बिन सुलेयम ने कहा कि कंपनी भारतीय सामान को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी तथा सुलभ बनाने के लिए भारतीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के साथ साझेदारी करना जारी रखेगी।
साथ ही गुजरात और भारत के शेष स्थानों में विनिर्माण उद्योगों का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि डीपी वर्ल्ड ने 2003 में मुंद्रा इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल के उद्घाटन के साथ गुजरात में अपना परिचालन शुरू किया था। बिन सुलेयम ने कहा, ‘‘ हमने गुजरात के साथ-साथ भारत के अन्य राज्यों में 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है।’’
उन्होंने कहा कि ये निवेश विभिन्न गतिविधियों में किए गए जैसे कि मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम का विकास, कंटेनर फ्रेट स्टेशन, अंतर्देशीय टर्मिनल कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स, कोल्ड चेन और एक्यूट फर्स्ट कार्गो सेवाएं आदि। बिन सुलेयम ने कहा, ‘‘ डीपी वर्ल्ड अगले कुछ वर्षों में तीन अरब अमेरिकी डॉलर के अतिरिक्त निवेश की योजना बना रहा है। हम कांडला में 20 लाख कंटेनर की क्षमता वाला अत्याधुनिक कंटेनर टर्मिनल बनाकर गुजरात की अर्थव्यवस्था को समर्थन देना जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच गहन व्यापार, रोजगार तथा सांस्कृतिक सहयोग देखने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी ‘‘ भारत के सामानों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी तथा सुलभ बनाने के लिए गुजरात और भारत के शेष स्थानों पर विनिर्माण उद्योगों का समर्थन करना जारी रखेगी।’’