नयी दिल्ली, 13 सितंबर वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (वीआरएल) ने सोमवार को घोषणा
की कि कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अपने शुद्ध ऋण में 30 करोड़ डॉलर की कमी की है और उसे उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में वह अपने ऋण में 50 करोड़ डॉलर की कमी करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वोल्कन में पूरे ऋण का भुगतान हो जाने के साथ वीआरएल के गिरवी रखे गए सभी इक्विटी शेयर अब इससे बाहर आ गए हैं।
वोल्कन इन्वेस्टमेंट्स वीआरएल के चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति अनिल अग्रवाल की निवेश इकाई है।
बयान में कहा गया, "वीआरएल ने पहली छमाही में अपने शुद्ध ऋण (अंतर कंपनी ऋण और वोल्कन के ऋण सहित) में 30 करोड़ डॉलर की कमी की है और वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी छमाही में ऋण को 50 करोड़ डॉलर और कम करने की उम्मीद है।"
कंपनी को उम्मीद है कि उसकी विश्वस्तरीय परिसंपत्तियों के मजबूत प्रदर्शन के चलते उसके लेखे में सुधार होगा। कंपनी ने अपने कामकाज को पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिये निदेशक मंडल की पर्यावरण संबंधी सामाजिक और संचालन समिति का गठन किया है।
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