नयी दिल्ली, 13 मार्च देश की वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनियों का मूल्यांकन अगले पांच साल में यानी 2025 तक तीन गुना होकर 150-160 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) तथा फिक्की के अध्ययन पर आधारित रिपोर्ट के निष्कर्ष शनिवार को जारी किए गए। इसमें देश के फिनटेक क्षेत्र के मूल्यवर्धन की क्षमता का आकलन किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘देश के फिनटेक क्षेत्र का मूल्यांकन 2025 तक 150 से 160 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। इस तरह क्षेत्र के मूल्यांकन में करीब 100 अरब डॉलर की वृद्धि होगी।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस लक्ष्य को पाने के लिए देश के वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र को अगले पांच साल में 20 से 25 अरब डॉलर का निवेश करने की जरूरत होगी।
देश के फिनटेक उद्योग में कुल इकाइयों की संख्या 2,100 है। इनमें से 67 प्रतिशत इकाइयों का गठन पिछले पांच साल के दौरान हुआ है। फिलहाल इस क्षेत्र का मूल्यांकन 50 से 60 अरब डॉलर है।
रिपोर्ट कहती है कि कोरोना वायरस महामारी से इस क्षेत्र की वृद्धि प्रभावित नहीं हुई है। जनवरी 2020 से क्षेत्र में तीन नई यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन) और पांच नई सूनिकॉर्न (50 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्यांकन) इकाइयां सामने आई हैं।
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं भागीदार प्रतीक रूंगटा ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि भारत के वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र के मूल्यांकन में अगले पांच साल में 100 अरब डॉलर की वृद्धि होगी। इस संभावना को हासिल करने के लिए उद्योग को 2025 तक 20 से 25 अरब डॉलर का निवेश करने की जरूरत होगी।
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