सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से सोयाबीन डीगम और सीपीओ में सुधार, बाकी के भाव पूर्ववत

By भाषा | Updated: November 4, 2020 19:21 IST2020-11-04T19:21:44+5:302020-11-04T19:21:44+5:30

Soybean degum and CPO improve due to increased demand for cheap imported oils, remaining price undone | सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से सोयाबीन डीगम और सीपीओ में सुधार, बाकी के भाव पूर्ववत

सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से सोयाबीन डीगम और सीपीओ में सुधार, बाकी के भाव पूर्ववत

नयी दिल्ली, चार नवंबर विदेशी बाजारों में सुधार के रुख के बीच त्यौहारों के मौसम में कारोबारियों में सस्ते तेलों की मांग बढ़ने से दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन और पाम तेल कीमतों में सुधार आया जबकि बाकी अन्य तेलों के भाव पूर्वस्तर पर ही बंद हुए।

बाजार सूत्रों ने कहा कि जाड़े के मौसम शुरु होने और त्यौहारों के कारण सोयाबीन डीगम और पाम व पामोलीन तेलों की व्यावसायिक मांग बढ़ी है। इस मांग के बढ़ने का कारण बाकी देशी तेलों के मुकाबले इनका काफी सस्ता होना है। जिससे सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन डीगम, सीपीओ और पामोलीन कांडला तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला।

उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज और शिकागो एक्सचेंज में एक-एक प्रतिशत का सुधार है। त्यौहारों के कारण सोयाबीन डीगम की भारी व्यावसायिक मांग है क्योंकि बाकी हल्के तेलों से यह लगभग 25 प्रतिशत सस्ता है। अन्य खाद्य तेलों में सम्मिश्रण करने के लिए भी आने वाले दिनों में सोयाबीन डीगम की मांग और बढने वाली है।

आयात की मांग खत्म होने तथा सस्ते आयातित तेलों के मुकाबले पर्याप्त महंगा होने की वजह से मूंगफली दाना (तिलहन) और इसके तेल कीमतें पूर्वस्तर पर बनी रही। जबकि सामान्य कारोबार के बीच सरसों तेल तिलहनों के भाव भी पूर्वस्तर पर बने रहे।

सूत्रों ने कहा कि सरकार को सूरजमुखी और मूंगफली के संबंध में कोई कारगर उपाय करने होंगे जहां सूरजमुखी बीज की कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य से लगभग 20 प्रतिशत नीचे हैं। देश में तेल तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए देशी तिलहन उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा की ओर सरकार को विशेष ध्यान देने हुए सस्ते आयातित तेलों के संबंध में कोई कारगर उपाय करना होगा ताकि हमारे तेल सस्ते विदेशी तेलों की प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकें।

सूत्रों ने कहा कि बृहस्पतिवार को प्रशुल्क के लिए विनिमय दर में बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है। इससे पाम व पामोलीन तथा सोयाबीन डीगम के भाव और मजबूत हो गये।

तेल-तिलहन बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 6,250 - 6,300 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 5,175- 5,225 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 12,750 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,005 - 2,065 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,280 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,855 - 2,005 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,975 - 2,085 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,650 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,400 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 9,500 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,520 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,300 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 9,700 रुपये।

पामोलीन कांडला- 8,900 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन मिल डिलिवरी भाव 4,335 - 4,385 लूज में 4,205 -- 4,235 रुपये।

Web Title: Soybean degum and CPO improve due to increased demand for cheap imported oils, remaining price undone

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