महंगे सोयाबीन के कारण जुलाई में 73 प्रतिशत लुढ़का सोया खली निर्यात
By भाषा | Updated: August 12, 2021 15:56 IST2021-08-12T15:56:05+5:302021-08-12T15:56:05+5:30

महंगे सोयाबीन के कारण जुलाई में 73 प्रतिशत लुढ़का सोया खली निर्यात
इंदौर (मध्य प्रदेश), 12 अगस्त कच्चे माल सोयाबीन के भाव में भारी उछाल के चलते देश में जुलाई के दौरान सोया खली के उत्पादन में गिरावट के साथ ही इसका निर्यात 73 प्रतिशत घटकर महज 25,000 टन पर सिमट गया। पिछले साल जुलाई में देश से 93,000 टन सोया खली का निर्यात हुआ था।
प्रसंस्करणकर्ताओं के इंदौर स्थित संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सोपा के कार्यकारी निदेशक डीएन पाठक ने बताया कि जुलाई के दौरान देश के तेल संयत्रों में सोया खली उत्पादन 17.5 प्रतिशत गिरकर 4.79 लाख टन रह गया। जुलाई 2020 में घरेलू संयंत्रों में सोयाबीन का तेल निकालने से 5.81 लाख टन सोया खली बनी थी।
प्रसंस्करण उद्योग के जानकारों के मुताबिक देश में सोयाबीन के भावों में रिकॉर्ड तेजी के कारण जुलाई के दौरान संयंत्रों ने इस तिलहन की खरीद घटा दी जिससे इसका तेल निकालने की गतिविधियां भी जाहिर तौर पर धीमी पड़ गईं।
प्रसंस्करण संयंत्रों में सोयाबीन का तेल निकाल लेने के बाद बचने वाले उत्पाद को सोया खली कहते हैं। यह उत्पाद प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत है। इससे सोया आटा और सोया बड़ी जैसे खाद्य पदार्थों के साथ पशु आहार तथा मुर्गियों का दाना भी तैयार किया जाता है।
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