विदेशों की नरमी से सोयाबीन, सोयाबीन डीगम में गिरावट, अन्य तेलों के भाव पूर्ववत

By भाषा | Updated: December 8, 2020 21:11 IST2020-12-08T21:11:35+5:302020-12-08T21:11:35+5:30

Slowing of soybeans, decline in soybean degum, prices of other oils undone due to foreign softening | विदेशों की नरमी से सोयाबीन, सोयाबीन डीगम में गिरावट, अन्य तेलों के भाव पूर्ववत

विदेशों की नरमी से सोयाबीन, सोयाबीन डीगम में गिरावट, अन्य तेलों के भाव पूर्ववत

नयी दिल्ली, आठ दिसंबर विदेशी बाजारों में मंदी के रुख के बीच स्थानीय तेल तिलहन बाजार में मंगलवार को सोयाबीन तिलहन और सोयाबीन डीगम तेल में गिरावट दर्ज हुई जबकि सामान्य कारोबार के बीच अन्य तेलों के भाव पूर्वस्तर पर रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मंगलवार को मलेशिया, शिकागो एक्सचेंज में एक-एक प्रतिशत की गिरावट रही। सूत्रों का कहना है कि वायदा कारोबार में सोयाबीन का भाव पहले से ही नीचे चला रखा है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश इत्यादि स्थानों पर मंडियों में सोयाबीन फसल आने के समय वायदा कारोबार में भाव तोड़ना एक सहज घटना नहीं है। वायदा कारोबारियों की सट्टेबाजी का असर उत्पादक किसानों पर पड़ता है।

बाजार के जानकारों का कहना है कि सोयाबीन की कम फसल होने की संभावनाओं के बावजूद वायदा कारोबार में भाव नीचे है। उन्होंने कहा कि इस कदम का एक मकसद आयातकों को नुकसान पहुंचाना हो सकता है। आयात पहले से ही बेपड़ता चल रहा है।

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सोमवार को नाफेड को 1,500 टन सरसों की बिक्री के लिए 5,562 रुपये क्विन्टल की बोली मिली थी जिसमें से 650 टन सरसों की बिक्री की गई जबकि 850 टन के लिए बोली निरस्त कर दी गई। इसी प्रकार हरियाणा के हांसी में 8,530 टन सरसों की बिक्री के लिए 5,451 रुपये क्विन्टल की बोली आई थी जिसे नाफेड ने निरस्त कर दिया। मंगलवार को सरसों बिक्री के लिए ऊपरी बोली 5,426 रुपये क्विन्टल की मिली।

सूत्रों का कहना है कि वायदा कारोबार में तेल कीमतों के टूटने का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचना चाहिये। उपभोक्ताओं को जो सरसों तेल पहले 130 रुपये लीटर मिलता था वह अब 135 रुपये लीटर मिल रहा है । वायदा कारोबार में 15-20 दिन पहले जिस सरसों का भाव 6,250-6,300 रुपये क्विन्टल था वह अब जयपुर के एनसीडीईएक्स एक्सचेंज में दिसंबर अनुबंध का भाव लगभग 10 प्रतिशत टूटकर 5,615 रुपये क्विन्टल रह गया है। इसके मुताबिक उपभोक्ताओं को यह तेल 110-115 रुपये लीटर मिलना चाहिये। यही स्थिति सोयाबीन तेल में है। वायदा कारोबार में भाव नीचे रहने के बावजूद खुदरा बाजार में दाम नीचे नहीं बोले जा रहे हैं।

तेल-तिलहन बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 6,125 - 6,175 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 5,385- 5,435 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,500 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,100 - 2,160 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,855 - 2,005 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,975 - 2,085 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 11,550 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 11,200 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 10,250 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 9,000 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 10,100 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 10,500 रुपये।

पामोलीन कांडला- 9,600 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन मिल डिलिवरी भाव 4,350 - 4,400 लूज में 4,235 -- 4,285 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपये।

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Web Title: Slowing of soybeans, decline in soybean degum, prices of other oils undone due to foreign softening

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