नई दिल्लीः शेयर बाजार में छह दिन की तेजी से निवेशकों की संपत्ति 33.55 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में आठ प्रतिशत की तेजी आई है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 187.09 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,595.59 अंक पर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स नौ अप्रैल से 5,748.44 अंक यानी 7.78 प्रतिशत चढ़ा है। इस अवधि में बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 33,55,384.01 करोड़ रुपये बढ़कर 4,27,37,717.23 करोड़ रुपये (5,020 अरब डॉलर) पहुंच गया है।
एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 15 लाख करोड़ रुपये के पार
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के शेयर में मंगलवार को करीब दो प्रतिशत की तेजी आई, जिससे इसका बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 15 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। एचडीएफसी बैंक के अलावा देश की दो कंपनियां ही यह उपलब्धि हासिल कर सकी हैं। एचडीएफसी बैंक का शेयर बीएसई पर 1.78 प्रतिशत चढ़कर 1,961.90 रुपये पर बंद हुआ।
दिन के कारोबार में यह 2.23 प्रतिशत उछलकर 1,970.65 रुपये पर पहुंच गया था, जो इसका रिकॉर्ड उच्च स्तर है। एनएसई पर शेयर 1.70 प्रतिशत बढ़कर 1,960 रुपये पर पहुंच गया। बैंक के शेयर में नौ अप्रैल से 11.12 प्रतिशत की तेजी आई है। इस दौरान बाजार पूंजीकरण में 1,50,289.64 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई और यह 15,01,289.37 करोड़ रुपये हो गया।
अभी तक केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने ही 15 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण को पार किया है। स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 187 अंक और चढ़ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह और बैंक तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 187.09 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,595.59 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान, एक समय यह 415.8 अंक तक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 41.70 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,167.25 अंक पर बंद हुआ। आईटी और ऊर्जा क्षेत्रों को छोड़कर ज्यादातर सूचकांक लाभ में रहे। रियल्टी, एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियां) और बैंक में सबसे ज्यादा तेजी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, इटर्नल, कोटक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक 4.88 प्रतिशत की गिरावट आई। ऐसी रिपोर्ट सामने आई हैं कि बैंक ने ‘सूक्ष्म वित्त’ कारोबार में 600 करोड़ रुपये की विसंगतियों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक ऑडिट को लेकर ईवाई को नियुक्त किया है। हालांकि, बैंक ने बाजार बंद होने के बाद शेयर बाजार को दी सूचना कहा कि उसने फॉरेंसिक ऑडिट के लिए ईवाई को नियुक्त नहीं किया है।
लेकिन इसका आंतरिक लेखा परीक्षा विभाग (आईएडी) कुछ चिंताओं की जांच करने के लिए एमएफआई (माइक्रोफाइनेंस) कारोबार की समीक्षा कर रहा है। इसके अलावा पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, इन्फोसिस और बजाज फिनसर्व में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। जियोजीत इनवेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ट्रंप-फेडरल रिजर्व से संबंधित नकारात्मक वैश्विक धारणा के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार ने उम्मीद बनाये रखी है। आरबीआई की नकदी कवरेज अनुपात में छूट से कर्ज वृद्धि की उम्मीद है।
इससे वित्तीय क्षेत्र को गति मिलेगी। डॉलर के कमजोर होने तथा प्रतिस्पर्धी मूल्यांकन के कारण विदेशी पूंजी प्रवाह लगातार चौथे दिन बना हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, घरेलू वृहद आर्थिक स्थिति सुधर रही है। मुद्रास्फीति में कमी और आरबीआई के आगे नीतिगत दर में और कटौती की उम्मीद है। इससे कर्ज की लागत कम होगी और मांग में तेजी आएगी।