Road vehicle speed: माइक्रोवेव डॉपलर रडार उपकरण को लेकर सरकार ने मांगे सुझाव, जानें वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 20, 2024 17:43 IST2024-05-20T17:40:33+5:302024-05-20T17:43:03+5:30
Road vehicle speed: मंत्रालय ने कहा कि फिर से प्रमाणन की जरूरत होने पर मौजूदा स्थापित उपकरणों को भी सत्यापित किया जाना चाहिए।

सांकेतिक फोटो
Road vehicle speed: उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने सड़कों पर वाहनों की गति मापने में उपयोग होने वाले माइक्रोवेव डॉपलर रडार उपकरण के लिए नियमों के मसौदे पर लोगों से सुझाव मांगे हैं। मंत्रालय ने इस बारे में एक परिपत्र जारी किया है। नियमों के मसौदे में कहा गया है कि अंतिम रूप से नियम अधिसूचित होने के बाद स्थापित रडार उपकरणों को एक वर्ष के भीतर सत्यापित करने की जरूरत होगी। लोगों को इस बारे में 11 जून तक सुझाव देने को कहा गया है। मंत्रालय ने कहा कि फिर से प्रमाणन की जरूरत होने पर मौजूदा स्थापित उपकरणों को भी सत्यापित किया जाना चाहिए।
ऐसे रडार उपकरण जो पहले से लगे हैं और जिनका फिर से सत्यापन होना है अथवा अगले वर्ष के भीतर होना है, उन्हें नये नियम लागू होने के एक वर्ष के भीतर सत्यापित किया जाना चाहिए और मुहर लगाई जानी चाहिए। यदि गति माप परिणामों का उपयोग कानूनी कार्यवाही में किया जाना है, नियम के तहत जो भी शर्तें निर्धारित होती हैं, उन्हें रडार उपकरण को पूरा करना होगा।
मार्च तिमाही में रियल्टी धारणा सूचकांक सुधरा, छह माह के लिए सकारात्मक परिदृश्यः रिपोर्ट
जमीन-जायदाद के कारोबार से जुड़ी कंपनियां और वित्तीय संस्थान भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में वृद्धि को लेकर उत्साहित हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में धारणा सूचकांक बेहतर होने के साथ अगले छह महीनों को लेकर खासी उम्मीदें लगी हुई हैं। एक रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया गया है।
रियल एस्टेट परामर्शदाता नाइट फ्रैंक और उद्योग निकाय नारेडको की सोमवार को जारी एक संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च आर्थिक वृद्धि और मजबूत संपत्ति की मांग उनकी धारणाओं में सुधार के प्रमुख कारक हैं। रियल एस्टेट धारणा सूचकांक (जनवरी-मार्च) रिपोर्ट आपूर्ति पक्ष के हितधारकों के बीच कराए गए एक सर्वेक्षण पर आधारित है।
यह दर्शाती है कि उद्योग के आपूर्ति पक्ष के बीच बाजार के भरोसे में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। मौजूदा धारणा सूचकांक अक्टूबर-दिसंबर, 2023 की तिमाही में 69 था लेकिन मार्च तिमाही में यह सुधरकर 72 हो गया। भविष्य की धारणा का सूचकांक भी बीती तिमाही में बढ़कर 73 हो गया जबकि दिसंबर तिमाही में यह 70 था।
सलाहकार फर्म ने कहा, ‘‘यह सकारात्मक वृद्धि पथ भारतीय अर्थव्यवस्था के संबंध में हितधारकों के निरंतर आशावाद और रियल एस्टेट बाजार में स्थायी मांग को दर्शाता है।’’ रिपोर्ट के मुताबिक, आवासीय बाजार का दृष्टिकोण विशेष रूप से आशाजनक है। करीब 82 प्रतिशत प्रतिभागियों ने आवास कीमतों में वृद्धि की आशंका जताई है।
इसी तरह कार्यालय बाजार का दृष्टिकोण भी उत्साहपूर्ण बना हुआ है, हितधारकों को अगले छह महीनों में पट्टा, आपूर्ति और किराये के क्षेत्र में प्रदर्शन पर भरोसा है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘आशावादी क्षेत्र के भीतर वर्तमान भावना सूचकांक स्कोर में उल्लेखनीय वृद्धि भारत के मजबूत आर्थिक परिदृश्य से प्रेरित है। रियल एस्टेट क्षेत्र सहित भारतीय उद्यमों के साथ हितधारकों के बीच विश्वास बढ़ा है।’’ नारेडको के अध्यक्ष हरि बाबू ने कहा कि रिपोर्ट भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक परिदृश्य पेश करती है।