कच्चे तेल की बढ़ती कीमत से चालू खाता घाटा मार्च 2022 तक बढ़कर 45 अरब डॉलर हो सकता है: रिपोर्ट
By भाषा | Updated: November 11, 2021 14:33 IST2021-11-11T14:33:42+5:302021-11-11T14:33:42+5:30

कच्चे तेल की बढ़ती कीमत से चालू खाता घाटा मार्च 2022 तक बढ़कर 45 अरब डॉलर हो सकता है: रिपोर्ट
मुंबई, 11 नवंबर कच्चे तेल की वजह से जिंसों की कीमतों में भारी उछाल से भारत के बढ़ते चालू खाता घाटे (सीएडी) का कमजोर पुनरुद्धार पर असर पड़ेगा। एक ब्रोकरेज कंपनी की रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गयी है।
रिपोर्ट में कंपनी ने मार्च 2022 तक सीएडी 45 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.4 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है।
ब्रिटिश ब्रोकरेज कंपनी बार्कलेज की रिपोर्ट के मुताबिक, चिंता इस बात से पैदा होती है कि जुलाई के बाद से व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि जून तक औसत मासिक व्यापार घाटा 12 अरब डॉलर था जो जुलाई-अक्टूबर में बढ़कर 16.8 अरब डॉलर हो गया। सितंबर में अब तक का सबसे ज्यादा व्यापार घाटा हुआ जो 22.6 अरब डॉलर है।
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “हम अपने वित्त वर्ष 2021-22 के चालू खाता घाटे के अनुमान को पूर्व के 35 अरब डॉलर के अनुमान से बढ़ाकर 45 अरब डॉलर, या जीडीपी के 1.4 प्रतिशत तक बढ़ा रहे हैं, लेकिन भुगतान संतुलन (बीओपी) का बड़ा अधिशेष सकारात्मक बना हुआ है।
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