एनरॉक का दावा, रियल्टी कंपनियां आरईआईटी के जरिए अगले तीन साल में जुटा सकती हैं 25 अरब डॉलर
By भाषा | Published: October 9, 2019 03:43 PM2019-10-09T15:43:09+5:302019-10-09T15:43:59+5:30
एनरॉक के अनुसार, प्रेस्टिज समूह की जल्दी ही पहला वाणिज्यिक आरईआईटी पेश करने की योजना है। इसके अलावा आरएमजेड कॉर्प, के. रहेजा कॉर्प, गोदरेज प्रॉपर्टीज और पंचशील रियल्टी की भी आरईआईटी लाने की योजना है।
रीयल एस्टेट कंपनियां अचल संपत्ति निवेश न्यास (आरईआईटी) के जरिये किराया कमाई देने वाली व्यावसायिक संपत्तियों को सूचीबद्ध कर अगले तीन साल में 25 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी जुटा सकती हैं। रियल्टी क्षेत्र में परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक ने यह अनुमान व्यक्त किया है।
इस साल वैश्विक निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन और रियल्टी कंपनी एंबैसी समूह ने देश का पहला आरईआईटी पेश कर 4,750 करोड़ रुपये जुटाये थे। दोनों कंपनियों के संयुक्त उपक्रम एंबैसी ऑफिस पार्क्स ने शेयर बाजारों में किराया देने वाली संपत्तियों को सूचीबद्ध किया था।
एनरॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘‘देश का रीयल एस्टेट क्षेत्र अगले तीन साल में वाणिज्यिक आरईआईटी से 25 अरब डॉलर से अधिक पूंजी जुटा सकता है। यह शीर्ष सात शहरों में किराये से कमायी करने वाली ग्रेड-ए की 15 करोड़ वर्ग फीट से अधिक कार्यालय संपत्तियों को सूचीबद्ध कर किया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा कि अभी शीर्ष सात शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे में ग्रेड-ए श्रेणी की करीब 55 करोड़ वर्ग फीट कार्यालय संपत्तियां हैं। इनमें से 31-32 करोड़ वर्ग फीट आरईआईटी योग्य हैं। अग्रवाल ने कहा कि कई बड़े डेवलपर अपनी व्यावसायिक संपत्तियों को सूचीबद्ध करने को उत्सुक हैं।
एनरॉक के अनुसार, प्रेस्टिज समूह की जल्दी ही पहला वाणिज्यिक आरईआईटी पेश करने की योजना है। इसके अलावा आरएमजेड कॉर्प, के. रहेजा कॉर्प, गोदरेज प्रॉपर्टीज और पंचशील रियल्टी की भी आरईआईटी लाने की योजना है। अग्रवाल ने कहा कि आवासीय संपत्तियों की श्रेणी में आरईआईटी आने में अभी समय लगेगा।