नई दिल्ली, 25 फरवरी: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी ) के 11,300 करोड़ रुपये धोखाधड़ी मामले में अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। एएनआई के मुताबिक रविवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों से अपने कोर सिस्टम को स्विफ्ट (SWIFT) से लिंक करने को कहा है। इसके साथ ही आरबीआई ने यह काम करने के लिए 30 अप्रैल तक की डेडलाइन भी दी है। रायटर्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई ने यह कदम पीएनबी में हुए फ्रॉड को लेकर उठाया है। गौरतलब है कि पीएनबी सहित देश के अन्य बड़े बैंक के कोर बैंकिंग सिस्टम स्विफ्ट नेटवर्क से अभी तक लिंक नहीं हैं।
क्या है स्विफ्ट (SWIFT)?
स्विफ्ट यानि Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunications.यह एक ऐसा नेटवर्क है जिसे दुनियाभर के बैंक और फाइनेंशियल सेवाएं देने वाली अन्य संस्थाएं संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल करती हैं। स्विफ्ट के इस्तेमाल से पेमेंट बहुत जल्दी किया जा सकता है। सभी बैंकों को स्विफ्ट का एक कोड़ मिलता है। इसके द्वारा ही उसकी पहचान होती है।
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर हुए 11300 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद बैंकों से लिए जाना वाला लोन पूरे देश में चर्चा का विषय है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार साल 2016-17 में भारत में हुई 86 प्रतिशत वित्तीय जालसाजी बैंकों से कर्ज से जुड़ी थी।पंजाब नेशनल बैंक से साथ वित्त वर्ष 2016-17 में हुई वित्तीय जालसाजियों में 99 प्रतिशत लोन से जुड़ी हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने दावा किया है कि पीएनबी में इस स्तर पर हो रही जालसाजी बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।