पंजाब के कृषि मंत्री ने मंडाविया से मुलाकात की, राज्य में उर्वरक की कमी पर चर्चा

By भाषा | Updated: October 19, 2021 18:59 IST2021-10-19T18:59:18+5:302021-10-19T18:59:18+5:30

Punjab Agriculture Minister meets Mandaviya, discusses fertilizer shortage in the state | पंजाब के कृषि मंत्री ने मंडाविया से मुलाकात की, राज्य में उर्वरक की कमी पर चर्चा

पंजाब के कृषि मंत्री ने मंडाविया से मुलाकात की, राज्य में उर्वरक की कमी पर चर्चा

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने मंगलवार को केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की और राज्य में उर्वरकों की कमी के मुद्दे को उठाया।

नाभा ने कहा कि तत्काल हस्तक्षेप की मांग पर मंडाविया ने डीएपी (डायअमोनियम फॉस्फेट) और एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाशियम) के पांच रैक और एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) के दो रैक की आपूर्ति तीन से चार दिनों में पंजाब को करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि पंजाब की मांग पर विचार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने नवंबर और दिसंबर में पर्याप्त यूरिया की आपूर्ति का भी आश्वासन दिया।

पंजाब के कृषि मंत्री ने मंडाविया से उनके कार्यालय में मुलाकत की। बैठक के दौरान उन्होंने बताया के रबी फसलों के लिये 5.50 लाख टन डीएपी की जरूरत है। इसमें से 4.80 लाख टन की जरूरत अक्टूबर और नवंबर में है।

नाभा ने कहा कि राज्य के पास एक अक्टूबर, 2021 की स्थिति के अनुसार 74 हजार टन डीएपी का भंडार था। जबकि पिछले साल इस दौरान 3.63 लाख टन का भंडार था।

उन्होंने कहा कि सरकार ने इस साल अक्टूबर में 2.75 लाख टन डीएपी की मांग की तुलना में केवल 1.97 लाख टन का आबंटन किया है। ऐसा माना जा रहा है कि गेहूं फसल की बुवाई के समय जरूरी पोषक तत्व की की कमी हो सकती है क्योंकि इसमें केवल 20 से 25 दिन का समय बचा है।

नाभा के अनुसार पंजाब ने अक्टूबर, 2021 के लिये 1.50 लाख टन अतिरिक्त डीएपी के तेजी से आबंटन की मांग की है।

बैठक के बाद संवाददाताओं से पंजाब के मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों की उपलब्धता न होने के कारण डीएपी की कमी की बात कही। ‘‘केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पंजाब को पर्याप्त डीएपी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।’’

नाभा के अनुसार, ‘‘बैठक के दौरान हमने यह भी मांग की कि केंद्र सरकार को काले कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए, जिनके खिलाफ किसान पिछले एक साल से विरोध कर रहे हैं। किसान अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनका तर्क है कि इन कानूनों से बड़ी कंपनियां उनके खेत ले लेंगी।

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Web Title: Punjab Agriculture Minister meets Mandaviya, discusses fertilizer shortage in the state

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