लाइव न्यूज़ :

महामारी के बाद ज्यादातर व्यापारिक प्रमुखों पर अधिक लचीला रुख अपनाने का दबाव: अध्ययन

By भाषा | Updated: October 28, 2021 17:23 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर लिंक्डइन के एक अध्ययन में कहा गया कि महामारी के बाद भारत में ज्यादातर व्यापारिक प्रमुख अधिक लचीलेपन की पेशकश करने के लिए दबाव महसूस कर रहे हैं और सक्रिय रूप से नई कार्यस्थल नीतियां बना रहे हैं। यह कर्मचारियों को इस बात की अधिक सुविधा देती हैं, कि वे कैसे काम करते हैं और कहां से काम करते हैं।

लिंक्डइन ‘फ्यूचर ऑफ वर्क’ अध्ययन के अनुसार भारत में 80 फीसदी व्यापारिक प्रमुख महामारी के बाद अधिक लचीला रुख अपनाने का दबाव महसूस कर रहे हैं और इस दवाब में कर्मचारियों, प्रबंधकों और सरकार, तीनों का प्रमुख योगदान है।

शोध फर्म जीएफके द्वारा किए गए लिंक्डइन के अध्ययन में भारत के 736 व्यापारिक प्रमुखों से काम के भविष्य, उनके द्वारा लचीलेपन की पेशकश, आगामी चुनौतियों और उन्हें हल करने की उनकी योजनाओं, के बारे में पूछा गया।

लिंक्डइन के भारत में क्षेत्रीय प्रबंधक आशुतोष गुप्ता ने कहा, ‘‘काम की नई दुनिया में लचीलापन सबसे बड़ी प्राथमिकता के रूप में उभरा है, और व्यापारिक प्रमुख इसे अधिक विविध प्रतिभाओं को नियुक्त करने और कारोबारी प्रदर्शन को बेहतर बनाने के अवसर के रूप में देखते हैं।’’

गुप्ता ने कहा कि भारत में लगभग 10 में से नौ प्रमुखों ने कार्यस्थल की नीतियों को तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIND vs SA 1st T20I: टीम इंडिया का टी20 विश्व कप के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कटक की हार का सिलसिला खत्म करना है लक्ष्य

भारतGoa Nightclub Fire: आग लगने के कुछ घंटों बाद मालिक इंडिगो फ्लाइट से फुकेट भागा, हादसे में 25 लोगों की हुई मौत

भारतVIDEO: कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के आगे घुटने टेक दिए, पीएम मोदी...

भारतVIDEO: कांग्रेस महिला विरोधी है, अपशब्द बोलते रहते हैं, कंगना रनौत...

भारतVIDEO: नेहरू ने इसरो नहीं बनाया होता आपका मंगलयान ना होता, लोकसभा में प्रियंका गांधी

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारGold Rate Today: महंगा हुआ सोना, जानें 8 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में सोने की कीमत

कारोबारविधानसभा में 75,286 करोड़ रुपये की अनुपूरक मांगें पेश, वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा-किसान राहत, सब्सिडी और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर होंगे खर्च

कारोबारझारखंड 2026ः वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने 7,721.25 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया

कारोबारनवंबर 2025 में बैंक आवास ऋण 9 लाख करोड़ रुपये के पार, एसबीआई की उम्मीद-चालू वित्त वर्ष में कुल ऋण वृद्धि 14 प्रतिशत रहेगी

कारोबारगोल्ड में पैसा लगाओ और मालामाल हो जाओ?, सोने की चमक बरकरार, 67 प्रतिशत का रिटर्न, 2026 में सोने की कीमत 5 से 16 प्रतिशत प्रति 10 ग्राम और चढ़ सकती?