नई दिल्ली, 20 मार्च: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी ) घोटाले में आरोपी और गीतांजलि ग्रुप के मालिक मेहुल चौकसी ने सीबीआई को अपना जवाब भेजा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जांच में शामिल होने के लिए सीबीआई ने मेहुल चौकसी को नोटिस जारी किया था। इसके जवाब में उसने वापस आने से इनकार किया है। चौकसी ने अपने बयान में कहा ' रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने मुझसे बिना किसी संपर्क के मेरा पासपोर्ट निलंबित किया है। मैं आपके कार्यालय का आदर करता हूं। इसके साथ ही मैं यकीन दिलाता हूं कि मैं वापस आने के लिए कोई बहाना नहीं बना रहा।चौकसी ने आगे कहा ' मैं यह बात फिर से दोहराता हूं, मुझे यह जांच में पेशी के लिए बार-बार नोटिस भेजना गलत है। मुझे आश्चर्य होता है जिस तरफ मुझ पर ऐसे आरोप लग रहे हैं। मीडिया अपने आप से लगातार मेरा ट्रायल कर रही है। मैं यहां अपने काम में काफी व्यस्त हूं। मैं कोशिश कर रहा हूं कि इन मुद्दों को सुलझा सकूं। लेकिन मेरा स्वास्थ्य ठीक ना होने की वजह से मैं भारत आने में असमर्थ हूं।बता दें कि सीबीआई ने 31 जनवरी को नीरव मोदी के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। 15 फ़रवरी को पीएनबी ने सीबीआई से शिकायत की कि ये जालसाजी 11300 करोड़ रुपये की है। उसके बाद सीबीआई ने मेहुल चौकसी और उनसी जुड़ी गीतांजली जेम्स के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया है।
इससे पहले भी चौकसी अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते आए हैं। पहले भी चौकसी ने अपने कर्मचारियों को पत्र लिखा था। चौकसी ने लिखा था कि विभिन्न एजेंसियां उनके खिलाफ जाँच कर रही हैं जबकि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। चौकसी के वकील संजय एबोट ने ये पत्र कर्मचारियों को दिया। चौकसी से जुड़ी कंपनियों में 3500 कर्मचारी हैं। एबोट ने कहा कि ये पत्र कितने कर्मचारियों को मिलेगा ये नहीं पता क्योंकि जांच एजेंसियों ने सर्वर को जब्त कर दिया। चौकसी ने कहा है कि जाँच एजेंसियां उनके कर्मचारियों के मन में डर बैठा रही है।