PNB घोटाला: प्राइवेट बैंक की सीईओ तक पहुँची जाँच की आँच, पति पर कमीशन खाकर मेहुल चौकसी को लोन दिलाने का शक
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 23, 2018 01:01 PM2018-03-23T13:01:32+5:302018-03-23T13:19:37+5:30
PNB Fraud Probe: 13400 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश छोड़कर भाग चुके हैं। दोनों ने ही सीबीआई को भेजे जवाब में देश वापस आने से इनकार कर दिया है।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ एलओयू में जालसाजी करके 13400 करोड़ रुपये के घोटाले की जाँच के घेरे में एक निजी बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के परिजन भी आ रहे हैं। जाँच से जुड़े हुए सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया कि भारतीय जाँच एजेंसियाँ गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रमोटर मेहुल चौकसी को दिए गए लोन मामले में इस प्राइवेट बैंक के सीईओ की भूमिका की जाँच कर रही हैं। ये बैंक उन 31 बैंकों के समूह में शामिल था जिन्होंने गीतांजलि ग्रुप को 5280 करोड़ रुपये का लोन दिया था। रिपोर्ट के अनुसार जाँच एजेंसियाँ सीईओ के पति की लोन दिलाने में भूमिका की पड़ताल कर रही हैं। इंडियन एक्सप्रेस अखबार को सूत्रों ने बताया कि जाँच एजेंसियों को शक है कि मेहुल चौकसी को लोन दिलाने में सीईओ के पति ने कमीशन (दलाली) ली थी। रिपोर्ट के अनुसार जाँच एजेसियाँ इस प्राइवेट बैंक की सीईओ से अप्रैल के पहले हफ्ते में पूछताछ कर सकती हैं।
सीबीआई ने पीएनबी को 13400 करोड़ रुपये चूना लगाने के मामले में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी और उनसे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मामले में अलग जाँच कर रहा है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी और उनके कुछ नजदीकी रिश्तेदार जनवरी 2018 के पहले हफ्ते में ही देश छोड़कर चले गये थे। सीबीआई ने पीएनबी मामले में पहली एफआईआर 31 जनवरी 2018 को दायर की थी। ईडी ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट और लुकआउट नोटिस जारी करवा रखा है।
भारत सरकार ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का पासपोर्ट रद्द कर दिया है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी दोनों ने सीबीआई को भेजे जवाब में देश आने से इनकार कर दिया है। दोनों ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि मीडिया मामले को बढ़ा-चढ़ा कर दिखा रहा है। सीबीआई ने पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिनमें से सात पीएनपबी बैंक के वर्तमान या पूर्व कर्मचारी हैं।