PM Modi to visit MP-Bihar-Assam: 23, 24 और 25 फरवरी को एमपी, बिहार और असम दौरे पर रहेंगे पीएम मोदी?, 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को देंगे सौगात, जानिए शेयडूल
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 22, 2025 18:14 IST2025-02-22T18:13:28+5:302025-02-22T18:14:51+5:30
PM Modi to visit MP-Bihar-Assam: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार से मध्यप्रदेश, बिहार और असम का तीन दिवसीय दौरा करेंगे, जिस दौरान वह भोपाल में वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

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PM Modi to visit MP-Bihar-Assam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 से 25 फरवरी तक मध्य प्रदेश, बिहार और असम का दौरा पर रहेंगे। परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और निवेशकों को संबोधित करेंगे। इस दौरान करोड़ों की सौगात देंगे। यात्रा 23 फरवरी को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से शुरू होगी, जहां प्रधानमंत्री दोपहर करीब 2 बजे बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखेंगे। ₹200 करोड़ से अधिक की लागत से बने कैंसर अस्पताल का लक्ष्य वंचित कैंसर रोगियों को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं और मुफ्त इलाज प्रदान करना है।
अगले दिन (24 फरवरी) पीएम मोदी सुबह लगभग 10 बजे भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2025 का उद्घाटन करेंगे। भागलपुर में किसानों को नकद सहायता की 19वीं किस्त जारी करने सहित कई विकास कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखेंगे और निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
वह सोमवार को भागलपुर में एक कार्यक्रम में 'पीएम किसान' योजना की 19वीं किस्त जारी करेंगे और असम की यात्रा से पहले बिहार में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। वह सोमवार शाम असम में सांस्कृतिक कार्यक्रम 'झुमोर बिनंदिनी' में शरीक होंगे और अगले दिन निवेश एवं बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
झुमोर बिनंदिनी, असम का एक लोक नृत्य है। मोदी मंगलवार को गुवाहाटी में एडवांटेज असम निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। पीएमओ से जारी एक बयान के अनुसार, भोपाल में दो दिवसीय वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगा।
इसमें विभागीय शिखर सम्मेलन, फार्मा और चिकित्सा उपकरण, परिवहन और साजो सामान, उद्योग, कौशल विकास, पर्यटन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पर विशेष सत्र होंगे। इसमें प्रमुख साझेदार देशों के लिए विशेष सत्रों के अलावा ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय सत्र भी शामिल होंगे।
बयान में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन के दौरान तीन प्रमुख औद्योगिक प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी - ऑटो शो, कपड़ा और फैशन एक्सपो और राज्य की अनूठी शिल्प कौशल और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए 'एक जिला-एक उत्पाद' (ओडीओपी) पर एक प्रदर्शनी।
बयान में कहा गया है कि 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अधिकारी और भारत के 300 से अधिक कारोबारी तथा नीति-निर्माता इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ‘पीएम किसान योजना’ का जिक्र करते हुए कहा गया है कि देश भर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की जाएगी।
बयान के अनुसार, मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है कि किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर पारिश्रमिक मिले। उन्होंने 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और संवर्धन के लिए केंद्रीय क्षेत्र की योजना शुरू की है, जो किसानों को सामूहिक रूप से अपने कृषि उत्पादों का विपणन और उत्पादन करने में मदद करती है।
बिहार में यह कार्यक्रम देश में 10,000वें एफपीओ के गठन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री मोतिहारी में (गायों के) स्वदेशी नस्लों के लिए उत्कृष्टता केंद्र और बरौनी में एक दुग्ध उत्पाद संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य तीन लाख दुग्ध उत्पादकों के लिए एक संगठित बाजार बनाना है।
प्रधानमंत्री असम में झुमोर बिनंदिनी में भाग लेंगे, जो एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जिसमें 8,000 कलाकार झुमोर नृत्य में भाग लेंगे। बयान के अनुसार, झुमोर नृत्य असम चाय जनजाति और असम की अनुसूचित जनजातियों का एक लोक नृत्य है, जो समावेशिता, एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को दर्शाता है और असम की समन्वित संस्कृति का प्रतीक है। यह कार्यक्रम चाय उद्योग के 200 वर्षों और असम में औद्योगीकरण के 200 वर्षों का प्रतीक होगा।