'पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी स्थानीय लोगों के काम नहीं आती...ये पुरानी सोच बदलनी होगी', उत्तराखंड के रोजगार मेले में बोले पीएम मोदी
By मनाली रस्तोगी | Updated: February 20, 2023 14:01 IST2023-02-20T12:54:18+5:302023-02-20T14:01:32+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के अलावा दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए उत्तराखंड में बुनियादी ढांचे में भारी निवेश कर रही है।

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के अलावा दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए उत्तराखंड में बुनियादी ढांचे में भारी निवेश कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को उत्तराखंड के लिए 'रोजगार मेला' के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान यह टिप्पणी की।
पीएम मोदी ने कहा, "चाहे वह निर्माण, इंजीनियरिंग या कच्चे माल के व्यवसाय और छोटे व्यापारी हों, युवाओं (उत्तराखंड में) को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।" उत्तराखंड से शहरी केंद्रों में लोगों के प्रवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहाड़ी राज्य में डिजिटल और सड़क संपर्क में सुधार से उन्हें अपने इलाके में घरेलू पर्यटन क्षेत्र सहित नौकरी के अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा, "हमें पुरानी सोच को बदलना होगा, जिसमें कहा गया था कि 'पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी' पहाड़ों में रहने वाले स्थानीय लोगों की सेवा नहीं करती है। हमें इसे बदलना चाहिए।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करते हुए उनके गांव वापस भेजने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
पिछले साल 22 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार मेले के पहले चरण की शुरुआत की, जहां 75000 से अधिक नए रंगरूटों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। रोजगार मेले के पहले चरण ने 10 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करने के अभियान की शुरुआत को चिह्नित किया। तब से पीएम मोदी ने गुजरात, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इसी तरह के रोजगार मेलों को संबोधित किया है।