नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बृहस्पतिवार को फिर से बढ़ोतरी दर्ज की गई। आजाद भारत की इतिहास में पहली बार 90 पार करने वाला पेट्रोल अभी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। देश के तमाम पेट्रोल पंपों पर मशीनों को अपडेट का करने का काम शुरू हो गया है। जिससे कि अगर पेट्रोल 100 पार करे तो पंप बंद ना करने पड़ें। क्योंकि अभी ज्यादातर पेट्रोल पंपों में 100 रुपये लीटर पेट्रोल होने के बाद पैसे मापने की तकनीक नहीं मौजूद है।
समाचार एजेंसी एनआई के ट्वीट के मुताबिक बृहस्पतिवार (4 अक्टूबर) को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत पिछले दिन से 15 पैसे बढ़कर 84 रुपये प्रति लीटर हो गई। इसी तरह मुंबई में पिछले दिन की तुलना में पेट्रोल की कीमत 14 पैसे बढ़कर 91.34 रुपये प्रति लीटर हो गई।
इसके अलावा दिल्ली में डीजल की कीमतों में 20 पैसे की बढोतरी हुई। अब दिल्ली में प्रति लीटर डीजल की कीमत 75.45 रुपये हुई। जबकि मुंबई में डीजल की कीमतों में आज 21 पैसे की बढ़ोतरी होकर 80.10 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है। यह अब तक की पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी है। जानिए कीमतें-
4 अक्टूबर को पेट्रोल की कीमत
| शहर | बृहस्पतिवार की कीमतें |
| दिल्ली | 83.85 रुपए |
| मुंबई | 91.20 रुपए |
4 अक्टूबर को डीजल की कीमत:-
| दिल्ली | 75.25 रुपए |
| मुंबई | 79.89 रुपए |
* ये रेट 4 अक्टूबर 2018 को सुबह 6 बजे से लागू हैं। भारत के सभी छोटे से छोटे शहर का रेट जानने के लिए हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट पर क्लिक कर सकते हैं।
बता दें कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां नियमित रूप से पेट्रोल-डीजल के दामों की समीक्षा करती हैं और रोजाना सुबह 6 बजे के बाद नई कीमतें लागू होती हैं।
उल्लेखनीय है कि त्योहारी मौसम से ठीक पहले पेट्रोल के बढ़े दाम उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे हैं और उन्हें इसकी भरपाई के लिए घरेलू खर्च में कटौती करनी पड़ रही है। एक सर्वेक्षण में यह बात कही गयी है। लोकलसर्किल्स ने अपने हालिया सर्वेक्षण में कहा, ‘‘त्योहारी मौसम नजदीक आ रहा है। हर कोई उपहारों पर खर्च करना चाह रहा है। लोग लंबे समय से घर के उपकरणों को बदलना चाह रहे हैं। हालांकि पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतें त्योहार पूर्व उत्साह को फीका कर रही हैं।’’
उसने कहा, ‘‘यह मध्यम श्रेणी के भारतीयों पर भारी बोझ है और उनमें से अधिकांश इससे कराह रहे हैं तथा इसकी भरपाई घरेलू खर्च में कमी लाकर कर रहे हैं।’’ 78 प्रतिशत लोग बाहर खाने जाना, यात्रा करना, सिनेमा देखना, खरीदारी करना आदि में कमी ला चुके हैं या ऐसा करने की उनकी योजना है।