विदेशी बाजारों में तेजी, स्थानीय स्तर पर त्योहारी मांग बढ़ने से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

By भाषा | Updated: March 22, 2021 21:33 IST2021-03-22T21:33:25+5:302021-03-22T21:33:25+5:30

Oil and oilseeds prices improve as foreign market picks up, festival demand increases at local level | विदेशी बाजारों में तेजी, स्थानीय स्तर पर त्योहारी मांग बढ़ने से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

विदेशी बाजारों में तेजी, स्थानीय स्तर पर त्योहारी मांग बढ़ने से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

नयी दिल्ली, 22 मार्च विदेशों में तेजी के रुख और देश में त्योहारी मांग बढ़ने से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को तेल-तिलहन कीमतों में सुधार का रुख रहा और कीमतें लाभ दर्शाती बंद हुईं।

सबसे सस्ता और मिलावट मुक्त होने से सरसों तेल की अच्छी मांग है। होली त्योहार के मद्देनजर देश में हलवाइयों के साथ-साथ घरेलू मांग बढ़ने के कारण सरसों तेल-तिलहनों के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए। मंडी में सरसों की पर्याप्त आवक हो रही है और तेल मिलों द्वारा उठाव का स्तर भी अच्छा है। किसानों को अपनी तिलहन फसलों के लिए अच्छे दाम मिल रहे हैं जिससे आगे उत्पादन में काफी सुधार होने की संभवना है।

उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज और शिकागो एक्सचेंज में तीन-तीन प्रतिशत की तेजी रहने से भी स्थानीय कीमतों में तेजी को बल मिला।

वैश्विक स्तर पर हल्के तेलों में सोयाबीन की मांग बढ़ी है और इसके अलावा घरेलू के साथ साथ निर्यात के लिए सोयाबीन के तेल रहित खल (डीओसी) की भारी मांग है। इसके अलावा सोयाबीन की बड़ियां बनाने वाले कंपनियों की भी मांग है। इन परिस्थितियों में सोयाबीन दाना और तेल की कीमतों में पर्याप्त सुधार देखने को मिला।

बाजार सूत्रों का कहना है कि पामोलीन तेल की भारी हाजिर मांग है और बंदरगाहों पर इसका स्टॉक कम है। इसके अलावा मलेशिया एक्सचेंज में तेजी के कारण यहां सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार आया।

उन्होंने कहा कि स्थानीय मांग के कारण मक्का खल की कीमतों में पांच रुपये प्रति क्विन्टल का सुधार आया। इसमें वसा की अधिक मात्रा पाये जाने से इसे दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए उपयुक्त पोषाहार माना जाता है।

सूत्रों का मानना है कि तेल- तिलहन के मामले में आत्मनिभर्र होने और किसानों को तिलहन फसल के लिये प्रोत्साहित करने के लिए जरूरी है कि विदेशी बाजारों की घटबढ़ से घरेलू बाजार की रक्षा की जाये और स्वयं के उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाये।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 5,950 - 6,000 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 6,255 - 6,320 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,320 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,470- 2,530 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,900 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,070 -2,160 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,200 - 2,315 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 14,500 - 17,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,900 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,600 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,650 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,550 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,890 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,250 रुपये।

पामोलिन कांडला 12,250 (बिना जीएसटी के)

सोयाबीन दाना 5,800 - 5,850 रुपये: सोयाबीन लूज 5,650- 5,700 रुपये

मक्का खल 3,605 रुपये।

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