बैंकों का एनपीए मार्च 2018 के 10.36 करोड़ रुपये से घट कर सितंबर 2020 में 8.08 लाख करोड़ रुपये

By भाषा | Updated: February 2, 2021 18:18 IST2021-02-02T18:18:30+5:302021-02-02T18:18:30+5:30

NPAs of banks reduced from Rs. 10.36 crores in March 2018 to Rs. 8.08 lakh crores in September 2020 | बैंकों का एनपीए मार्च 2018 के 10.36 करोड़ रुपये से घट कर सितंबर 2020 में 8.08 लाख करोड़ रुपये

बैंकों का एनपीए मार्च 2018 के 10.36 करोड़ रुपये से घट कर सितंबर 2020 में 8.08 लाख करोड़ रुपये

नयी दिल्ली, दो फरवरी बैंकिंग क्षेत्र की गैर-निष्पादक आस्तियां (एनपीए) या फंसे ऋण मार्च 2018 के 10.36 लाख करोड़ के अपने उच्च स्तर से सितंबर 2020 के अंत तक घटकर 8.08 लाख करोड़ रुपये रह गये यीं । वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को राज्यसभा को यह जानकारी दी।

ठाकुर ने कहा कि सरकार की कई पहलों के चलते एनपीए में कमी आयी है।

उन्होंने एक लिखित उत्तर में कहा कि आस्ति-गुणवत्ता समीक्षा (एक्यूआर) और बैंकों द्वारा बाद में संकट की पहचान करने में पारदर्शी से संकट में फंसे खातों को एनपीए के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया था।

इसके अलावा, जिन पुनर्गठित समस्या ग्रस्त खातों के साथ पहले ढील दी गयी थी और उनके संबंधि मं बैंकों ने हानि के प्रावधान नहीं किऐ थे उनके लिए प्रावधान किए गए। ऐसे सभी कर्जों के पुनर्गठन की सुविधा वापस ले ली गयी।

उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा संकटग्रस्त ऋणों की पहचान, संकल्प, पुनर्पूंजीकरण और सुधारों की रणनीति के परिणामस्वरूप 30 सितंबर, 2020 तक एनपीए 2,27,388 करोड़ रुपये घटकर 8,08,799 करोड़ रुपये रह गया है।

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Web Title: NPAs of banks reduced from Rs. 10.36 crores in March 2018 to Rs. 8.08 lakh crores in September 2020

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