लगातार पांचवें दिन बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 135 अंक टूटा
By भाषा | Published: July 24, 2019 05:14 PM2019-07-24T17:14:26+5:302019-07-24T17:14:26+5:30
बंबई शेयर बाजार के तीस प्रमुख शेयरों वाला सेंसेक्स 135.09 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,847.65 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 37,708.41- 38,102.84 अंक के दायरे में रहा।
शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार पांचवें दिन में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 135 अंक और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 11,300 अंक के नीचे आ गया।
अंतररष्ट्रीय मुद्राकोष के भारत की आर्थिक वृद्धि अनुमान कम करने से बाजार में धारणा पर असर पड़ा। बंबई शेयर बाजार के तीस प्रमुख शेयरों वाला सेंसेक्स 135.09 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,847.65 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 37,708.41- 38,102.84 अंक के दायरे में रहा।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 59.75 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,271.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक नीचे में 11,229.80 और ऊपर में से 11,359.75 अंक के दायरे में रहा। जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, हीरो मोटो कार्प, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वेदांता और मरुति शामिल हैं।
इनमें 3.50 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 3.42 प्रतिशत की तेजी आयी। कंपनी का जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़ने की खबर से शेयर में तेजी आयी। एचयूएल, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक और आईटीसी भी लाभ में रहे। इनमें 2.06 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गयी।
विदेशी पूंजी निकासी और कंपनियों के वित्तीय परिणाम में हल्का रहने के अलावा आईएमएफ का भारत का आर्थिक परिदृश्य 2019 और 2020 दोनों के लिये 0.3 प्रतिशत कम कर क्रमश: 7 प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत किये जाने से बाजार धारणा प्रभावित हुई। यह घरेलू मांग के लिये उम्मीद से अधिक कमजोर परिदृश्य को बताता है।
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुद्ध आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 2,607.97 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,625.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध लिवाली की।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी दर्ज की गयी जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती करोबार में मिला-जुला रुख रहा।