स्वर्ण बांड की अगली किस्त 31 अगस्त को होगी जारी, निर्गम मूल्य 5,117 रुपये प्रति ग्राम
By भाषा | Published: August 28, 2020 09:51 PM2020-08-28T21:51:09+5:302020-08-28T21:51:09+5:30
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस बार स्वर्ण बांड की कीमत 5,117 रुपये प्रति ग्राम रखी गयी है। बयान के मुताबिक सरकारी स्वर्ण बांड योजना 2020-21 की छठी सीरीज 31 अगस्त को खुलकर चार सितंबर को बंद होगी।
मुंबईः सरकारी स्वर्ण बांड योजना की छठी किस्त के बांड की खरीद 31 अगस्त से खुलेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस बार स्वर्ण बांड की कीमत 5,117 रुपये प्रति ग्राम रखी गयी है। बयान के मुताबिक सरकारी स्वर्ण बांड योजना 2020-21 की छठी सीरीज 31 अगस्त को खुलकर चार सितंबर को बंद होगी।
इससे पहले तीन अगस्त से सात अगस्त को खुली पांचवीं सीरीज के स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,334 रुपये प्रति ग्राम था। आरबीआई ने कहा कि स्वर्ण बांड की कीमत उसके पेश होने वाले सप्ताह से पिछले हफ्ते के अंतिम तीन कारोबारी दिवसों में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की औसत बंद कीमत पर आधारित होती है।
मौजूदा सीरीज के लिए यह गणना 26 अगस्त से 28 अगस्त 2020 के औसत बंद भाव पर 5,117 रुपये प्रति ग्राम की गयी है। स्वर्ण बांड की खरीद के लिए डिजिटल भुगतान करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी। ऐसे निवेशकों के लिए बांड की कीमत 5,067 रुपये प्रति ग्राम होगी।
सरकार के स्वर्ण बांड को रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से जारी करता है। देश में सोने का आयात घटाने के लिए सरकार ने नवंबर 2015 में यह योजना पेश थी। वित्त वर्ष 2019-20 में रिजर्व बैंक ने दस किस्तों में कुल 2,316.37 करोड़ रुपये यानी 6.13 टन के स्वर्ण बांड जारी किए।
विदेशीमुद्रा भंडार 2.296 अरब डॉलर बढ़कर 537.548 अरब डॉलर पर पहुंचा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 2.296 अरब डॉलर बढ़कर 537.548 अरब डॉलर पर पहुंच गया। शुक्रवार को जारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 14 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 2.939 अरब डॉलर घटकर 535.252 अरब डॉलर रह गया था। विदेशी मुद्रा भंडार इससे भी पहले सात अगस्त को समाप्त सप्ताह में 3.623 अरब डॉलर बढ़ककर 538.191 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था।
विदेशीमुद्रा भंडार में वृद्धि का मुख्य कारण विदेशीमुद्रा आस्तियों का बढ़ना रहा है जो मुद्राभंडार का अहम हिस्सा होता है। समीक्षाधीन अवधि में देश की विदेशी मुद्रा आस्तियां 2.618 अरब डॉलर बढ़कर 494.168 अरब डॉलर के बराबर रहीं।
विदेशी मुद्रा आस्तियों का मूल्य डालर के प्रवाह के साथ साथ भंडार में मौजूद यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं की डॉलर के साथ विनिमय दर में उतार चढ़ा से भी प्रभावित होता है। इस दौरान देश का स्वर्ण भंडार 33.1 करोड़ डॉलर घटकर 37.264 अरब डॉलर रह गया।
वहीं देश का अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.481 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान आईएमएफ के पास देश का आरक्षित मुद्रा भंडार भी 60 लाख डॉलर बढ़कर 4.634 अरब डॉलर हो गया।