नयी दिल्ली, 22 दिसंबर बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने सार्वजनिक निर्गमों में समुचित मूल्य-निर्धारण पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि मर्चेंट बैंकर समुदाय को नियमों का पालन शब्दों के साथ भावना के स्तर पर भी करना चाहिए।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रमुख त्यागी ने मर्चेंट बैंकरों को निर्गम लाने के पहले जारीकर्ता कंपनी और निवेशकों दोनों के हितों के बीच सही संतुलन साधने के लिए व्यापक विचार-विमर्श करने की सलाह भी दी।
उन्होंने कहा, "यह कहने की जरूरत नहीं है कि किसी भी मध्यवर्ती के निर्धारित नियमों का पालन नहीं करने पर सेबी जरूरी कदम उठाने से नहीं हिचकेगा।"
उनका यह बयान इस लिहाज से अहम है कि पिछले कुछ महीनों में सूचीबद्धता के समय कई शेयरों के भाव निर्गम के दौरान हुई बिक्री के भाव से कम रहे हैं।
सेबी चेयरमैन ने भारतीय निवेश बैंकर संघ (एआईबीआई) के वार्षिक समारोह में मर्चेंट बैंकरों की जिम्मेदारियों का उल्लेख करते हुए कहा कि निवेशकों के हितों के साथ निष्पक्षता का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मर्चेंट बैंकरों को नियमों का पालन भावना के स्तर पर भी करना चाहिए।"
त्यागी ने कहा कि बाजार नियामक नए दौर की प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अपने नियमों में बदलाव करेगा। उन्होंने कहा, "अमूमन ऐसी कंपनियां सूचीबद्धता के समय घाटे में होती हैं जिसका ध्यान नियामकीय ढांचा भी रखता है। अब तक मिले अनुभवों के आधार पर नियमों में जरूरी बदलाव भी किए जाएंगे।"
सेबी ने गत नवंबर में प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए नियमों में बदलाव पर एक परामर्श-पत्र जारी किया था। त्यागी ने कहा कि इसमें उठाए गए मुद्दों की जल्द ही समीक्षा की जाएगी।
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