लाइव न्यूज़ :

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जम्मू, श्रीनगर में आईटी टावर लगाने को एनबीसीसी से एमओयू किया

By भाषा | Updated: January 4, 2021 20:55 IST

Open in App

जम्मू, चार जनवरी जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जम्मू और श्रीनगर में आईटी टावर स्थापित करने के लिए एनबीसीसी के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं।

एनबीसीसी के शीर्ष अधिकारियों तथा जम्मू-कश्मीर आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

प्रत्येक टावर की लागत 50 करोड़ रुपये बैठेगी।

अधिकारियों ने बताया कि सिन्हा ने जम्मू और श्रीनगर के आईटी टावरों को पूरा करने की समयसीमा क्रमश: 15 महीने और 17 महीने तय की है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टपत्नी के चरित्र पर शक, झगड़ा कर मायके गई, वापस लौटने का दबाव बनाने के लिए 9 साल की बेटी की गला घोंटकर पति ने मार डाला

भारतकांस्टेबल भर्ती में पूर्व अग्निवीरों का कोटा 10 से बढ़ाकर 50 फीसदी, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीएसएफ परीक्षा में की घोषणा, आयु सीमा में 5 साल तक की छूट

क्राइम अलर्टखेत में खेल रही थीं 6-8 साल की 2 मासूम बहन, चॉकलेट का लालच देकर चालक सर्वेश ने ऑटो में बैठाया और बड़ी बहन से किया हैवानियत, फ्लाईओवर से कूदा, दोनों पैर की हड्डियां टूटी

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 21 December 2025: आज मेष, वृषभ और मिथुन समेत 6 राशिवालों को आर्थिक लाभ होने के संकेत

पूजा पाठPanchang 21 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारPost Office Scheme: 1000 हजार रुपये से शुरू करें पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम, 5 साल बाद मिलेगा 4 लाख का निवेश; जानें कैसे मिलेगा फायदा

कारोबारअब UPI और ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, जानें तरीका और इसके फायदे

कारोबारखरीफ के लिए 425 करोड़ रुपए, किसानों से दलहन-तिलहन उपार्जन की केन्द्र ने दी स्वीकृति

कारोबारGold Rate Today: आज का सोने का रेट, जानें 20 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में सोने की कीमत

कारोबारबिहार के सिल्क सिटी भागलपुर में फीकी पड़ रही है रेशम के धागों की चमक, जूझ रहा है आधुनिक तकनीक और बाजार की चुनौतियों से