Infosys: सलिल पारेख दोबारा बने इन्फोसिस के सीईओ और एमडी, 5 साल का होगा कार्यकाल
By रुस्तम राणा | Published: May 22, 2022 06:05 PM2022-05-22T18:05:49+5:302022-05-22T18:19:47+5:30
सलिल पारेख को पुनः इन्फोसिस का मैनेजिंग डायरेक्ट और मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष को नियुक्त किया गया है। उनका दूसरा कार्यकाल 1 जुलाई से 2022 से प्रारंभ होगा और 31 मार्च 2027 में समाप्त होगा।
बेंगलुरु: इन्फोसिस लिमिटेड ने सलिल पारेख को दोबारा कंपनी का एमडी और सीईओ नियुक्त किया है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी ने रविवार को एक बयान में कहा, कि सलिल पारेख को पुनः इन्फोसिस का मैनेजिंग डायरेक्ट और मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष को नियुक्त किया गया है। उनका दूसरा कार्यकाल 1 जुलाई से 2022 से प्रारंभ होगा और 31 मार्च 2027 में समाप्त होगा। यह निर्णय कंपनी के बोर्ड द्वारा 21 मई 2022 को लिया गया है।
बता दें कि सलिल पारेख, जनवरी 2018 से इंफोसिस के सीईओ और एमडी हैं और बीते 4 सालों से इंफोसिस का नेतृत्व कर रहे हैं। इंफोसिस ने कहा "यह ध्यान दिया जा सकता है कि सलिल पारेख का निदेशक मंडल के किसी भी सदस्य के साथ कोई संबंध नहीं है और समय-समय पर स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा जारी परिपत्रों सहित लागू कानूनों के तहत वे मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त होने के लिए सभी मानदंडों को पूरा करते हैं,"
इसमें कहा गया है कि श्री पारेख के पास आईटी सेवा उद्योग में तीस से अधिक वर्षों का वैश्विक अनुभव है, जिसमें उद्यमों के लिए डिजिटल परिवर्तन को चलाने, व्यवसाय में बदलाव लाने और सफल अधिग्रहण का प्रबंधन करने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। इंफोसिस के निदेशक मंडल ने छह प्रमुख प्रबंधन कर्मियों को 104,000 शेयर और 88 अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को अन्य 375,760 शेयरों के अनुदान को भी मंजूरी दी है।
इंफोसिस से पहले, पारेख कैपजेमिनी में समूह कार्यकारी बोर्ड के सदस्य थे, जहां उन्होंने 25 वर्षों तक कई नेतृत्व पदों पर कार्य किया। उन्होंने 'अर्न्स्ट एंड यंग' में एक पार्टनर के रूप में भी काम किया है। सलिल पारेख ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग किया है। इसके अलावा, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक भी किया है।