लाइव न्यूज़ :

नवंबर में भारत के कच्चेतेल का उत्पादन पांच प्रतिशत घटा

By भाषा | Updated: December 22, 2020 21:35 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर भारत के कच्चे तेल का उत्पादन नवंबर में पांच प्रतिशत घट गया जिसका मुख्य कारण निजी क्षेत्र की कंपनी केयर्न वेदांत द्वारा संचालित राजस्थान ऑइलफील्ड्स में उत्पादन में भारी गिरावट आना है। सरकारी आंकड़ों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।

भारत अपनी जरूरतों के 85 प्रतिशत भाग के लिए आयात पर निर्भर है और सरकार घरेलू कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने को प्रेरित कर रही है ताकि आयात में कटौती करने में मदद मिल सके।

नवंबर में कच्चे तेल का उत्पादन 24.8 लाख टन का हुआ, जो एक साल पहले इसी महीने में उत्पादित 26.1 लाख टन से कम है।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान के तेल क्षेत्रों ने 476,990 टन कच्चा तेल यानी 9.6 प्रतिशत कम कच्चातेल उत्पादन किया क्योंकि विभिन्न कारणों से केयर्न ब्लॉक के मंगला, ऐश्वर्या और अन्य क्षेत्रों में कम कच्चे तेल का उत्पादन किया जा सका।

सरकारी उपक्रम तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने 1.5 प्रतिशत कम कच्चे तेल का उत्पादन किया जिसका कारण नए तेलक्षेत्रों में अनुमान ये कम उत्पादन होना था।

ऑयल इंडिया लिमिटेड ने असम में 6.6 प्रतिशत कम तेल का उत्पादन किया।

अप्रैल-नवंबर के दौरान, भारत का तेल उत्पादन छह प्रतिशत घटकर दो करोड़ 4.2 लाख टन रह गया। इस दौरान राजस्थान का उत्पादन 16 प्रतिशत घटकर 39.1 लाख टन रह गया।

देश में प्राकृतिक गैस का उत्पादन नवंबर में नौ प्रतिशत घटकर 2.3 अरब घन मीटर रह गया, जिसका मुख्य कारण पूर्वी अपतटीय क्षेत्र उत्पादन में गिरावट आना है।

ओएनजीसी ने हजीरा प्रसंस्करण संयंत्र के रखरखाव मरम्मत के काम के लिए बंद होने के बाद यहां 3.7 प्रतिशत कम गैस का उत्पादन किया जा सका।

अप्रैल-नवंबर के दौरान गैस का उत्पादन 18.7 अरब घन मीटर था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 11.8 प्रतिशत कम है।

धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था में तेजी शुरु होने के साथ, देश की 23 रिफाइनरियों द्वारा कच्चे तेल की प्रसंस्करण की स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। उन्होंने नवंबर में दो करोड़ 7.8 लाख टन कच्चे तेल का प्रसंस्करण किया, जो साल-दर-साल के आधार पर 5.11 प्रतिशत कम है। लेकिन यह अक्टूबर 2020 में 1.83 करोड़ टन कच्चे तेल की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक प्रसंस्करण को दर्शाता है।

शीर्ष रिफाइनर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की नौ इकाइयों ने नवंबर के दौरान 100 प्रतिशत से अधिक क्षमता पर काम किया और ऐसा ही भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की इकाइयों ने भी किया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटHaryana vs Jharkhand, Final: 18 दिसंबर को झारखंड-हरियाणा में फाइनल मुकाबला, मप्र, राजस्थान, मुंबई, आंध्र, हैदराबाद और पंजाब बाहर

क्रिकेटIPL Auction 2026: सभी 10 टीमों के सोल्ड, अनसोल्ड और रिटेन किए गए खिलाड़ियों की पूरी लिस्ट देखें

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

क्रिकेटIPL 2026 Auction: मुंबई के सरफराज खान को CSK ₹75 लाख की बेस प्राइस पर खरीदा, पृथ्वी शॉ अनसोल्ड रहे

क्रिकेटIPL Auction: सबसे महंगे अनकैप्‍ड प्‍लेयर Prashant Veer, 14.20 करोड़ में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स ने खरीदा

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस

कारोबारभोपाल-इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाः संचालन और रखरखाव के लिए 90 67 करोड़ रुपये, अपर नर्मदा, राघवपुर और बसानिया परियोजनाओं के लिए 1,782 करोड़ रुपये

कारोबारPetrol-Diesel Price: अमरावती में पेट्रोल की कीमत 109.74 रुपये प्रति लीटर और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में 82.46 रुपये, आंध्र प्रदेश में सबसे महंगा