मुंबई, आठ अक्टूबर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि भारत प्रमुख बांड सूचकांकों में शामिल होने के लिए बातचीत के उन्नत चरण में है और अगले कुछ महीनों में इसमें शामिल हुआ जा सकता है।
दास ने कहा कि आरबीआई और सरकार दोनों ही इस तरह के प्रवेश के लिए वैश्विक स्तर पर प्रमुख सूचकांक प्रदाताओं के साथ बात कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वैश्विक बांड सूचकांकों का हिस्सा होने से देश में बड़े विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिल सकती है, विशेष रूप से निष्क्रिय आय फंड को, जो ऐसे सूचकांकों पर नजर रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रमुख सूचकांक प्रदाताओं के साथ पूरी बातचीत बेहद उन्नत चरण में है। रिजर्व बैंक और सरकार दोनों ही सूचकांक प्रदाताओं के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें हल किया जा रहा है, और साथ ही बताया कि सरकार यूरोक्लियर के साथ चर्चा कर रही है।
दास ने कहा, ‘‘हमारे लिए समय बताना बहुत मुश्किल है, क्योंकि हम तय नहीं कर रहे हैं, कोई और तय कर रहा है। वे निर्णय ले रहे हैं। लेकिन यह बहुत उन्नत चरण में है, और मुझे लगता है कि यह अगले कुछ महीनों में हो सकता है।’’
विदेशी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा था कि वैश्विक सूचकांकों में शामिल होने पर भारत अगले दशक में 250 अरब डॉलर तक की धनराशि जुटा सकता है।
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