आईसीएआई के अध्यक्ष ने सदस्यों से हिंदी को अपनाने, बढ़ावा देने को कहा; आलोचना के स्वर उठे
By भाषा | Updated: October 24, 2021 16:53 IST2021-10-24T16:53:41+5:302021-10-24T16:53:41+5:30

आईसीएआई के अध्यक्ष ने सदस्यों से हिंदी को अपनाने, बढ़ावा देने को कहा; आलोचना के स्वर उठे
नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) के अध्यक्ष निहार एन जंबूसरिया ने अपने सदस्यों से हिंदी को बढ़ावा देने, अपने काम में और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत में इस भाषा का इस्तेमाल करने को कहा है। कुछ हलकों में उनके इस निर्देश पर चिंता जतायी गयी है।
उन्होंने हाल ही में जारी अपने मासिक ‘समाचार पत्र’ में कहा, "हमारी मातृभाषा हिंदी की शक्ति को समझते हुए आईसीएआई अपनी कार्य संस्कृति में हिंदी के अधिक इस्तेमाल को अपनाने की कोशिश कर रहा है।"
संसद के एक अधिनियम के तहत स्थापित आईसीएआई, चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए देश का सर्वोच्च निकाय है। इसके तीन लाख से अधिक सदस्य हैं।
संदेश को लेकर कुछ हलकों में उठी चिंताओं पर जंबूसरिया ने कहा कि सदस्यों के लिए हिंदी भाषा का इस्तेमाल करने की कोई बाध्यता नहीं है।
उन्होंने रविवार को पीटीआई-भाषा से कहा, "(हिंदी का इस्तेमाल करने की) कोई बाध्यता नहीं है। यह एक विकल्प है। आप जिस भी भाषा में लिखना चाहें, लिखें, किसी पर कोई रोक-टोक नहीं है।"
जंबूसरिया ने यह भी कहा कि वह आगे इस मुद्दे पर स्थिति साफ करेंगे।
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