Hindenburg ने SEBI पर लगाए आरोप तो Adani Group के शेयरों पर दिखा असर, लिस्टेड कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी
By आकाश चौरसिया | Updated: July 2, 2024 11:58 IST2024-07-02T11:30:27+5:302024-07-02T11:58:50+5:30
Adani Group stocks: सेबी की नोटिस पर हिंडनबर्ग ने आरोप तो जड़े और 46 पन्नों का पत्र जारी किया। लेकिन, इसके बावजूद निवेशकों का अडानी ग्रुप पर कायम है और कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिली।

फाइल फोटो
Adani Group stocks: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर एवं निवेश शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च को नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में हिंडनबर्ग ने आरोप जड़ते हुए 46 पन्नों का पत्र जारी किया। लेकिन, इसके बावजूद अडानी ग्रुप की शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में बढ़त जारी है।
अब करीब अडानी टोटल गैस के शेयर करीब 4.93 फीसदी उछले, एनडीटीवी भी 3.11 फीसद छलांग लगा चुका है, अडानी विलमर ने भी 1.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं, एसीसी में भी 2.23 फीसद उछला, अडानी एनर्जी सॉल्यूशन में भी 4.45 फीसद बढ़ा, अंबुजा सीमेंट भी 0.35 फीसद बढ़ा, अडानी ग्रीन में 0.99 फीसदी बढ़ने में सफल रहा और अडानी पॉवर में भी 0.93 फीसद बढ़ चुका है।
हालांकि, अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने नोटिस पर कहा कि उसे 27 जून को भारतीय विनियमों के संदिग्ध उल्लंघन बताते हुए एक नोटिस प्राप्त हुआ और आरोप लगाया कि जनवरी 2023 की रिपोर्ट जारी होने के बाद सेबी ने अदानी समूह की मदद की।
हिंडनबर्ग ने नोटिस पर क्या कहा
पिछले दिनों हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर शेयरों के भाव में हेराफेरी और वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगाया था। अमेरिकी कंपनी ने बताया कि सेबी ने उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उसने इस नोटिस को 'बेतुका' और 'पूर्व-निर्धारित उद्देश्य' की पूर्ति के लिए गढ़ा बताया। उसने कहा कि यह भारत में सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वालों को चुप कराने और डराने का प्रयास है।
हिंडनबर्ग-अदानी और SEBI का मामला
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने 46 पेज की रिपोर्ट पब्लिश की है और कहा है कि उसकी तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद भारत का मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) गुप्त तरीके से मदद कर रहा था। गौरतलब है कि 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अदानी ग्रुप के खिलाफ रिपोर्ट जारी की थी, जिसके बाद ग्रुप की सभी कंपनियों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी।
3 जनवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न याचिकाओं में सभी मामलों का निपटारा कर दिया, जिसमें शॉर्ट सेलर रिपोर्ट में आरोपों से संबंधित अलग-अलग स्वतंत्र जांच की मांग भी शामिल थी। इसके अलावा, SC ने सेबी को लंबित दो जांचों को, तीन महीने के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया, और अपनी जांच (24 में से 22 पहले ही पूरी हो चुकी सहित) को कानून के अनुसार उनके तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने का निर्देश दिया।