GST collection in October: जीएसटी ने मोदी सरकार की भर दी झोली!, संग्रह 13% बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये, अब तक का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 1, 2023 02:54 PM2023-11-01T14:54:17+5:302023-11-01T15:21:04+5:30
GST collection in October: माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अक्टूबर में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह जीएसटी संग्रह का दूसरा सबसे ऊंचा मासिक आंकड़ा है।
GST collection in October: माल और सेवा कर (जीएसटी) ने मोदी सरकार की झोली भर दी। वित्त मंत्रालय ने कहा कि अक्टूबर 2023 में 1.72 लाख करोड़ रुपये का माल और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह हुआ है। अब तक का दूसरा सबसे अधिक है। अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन सालाना आधार पर 13% बढ़ा है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
GST collections rise 13 per cent to Rs 1.72 lakh crore in October: FinMin
— Press Trust of India (@PTI_News) November 1, 2023
एक साल पहले अक्टूबर, 2022 में जीएसटी संग्रह 1.52 लाख करोड़ रुपये रहा था। मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘अक्टूबर, 2023 के लिए जीएसटी राजस्व अप्रैल, 2023 के बाद दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा था।’’ वित्त वर्ष 2023-24 में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह पिछले साल की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है।
GST revenue collection for October 2023 is second highest ever, next only to April 2023, at ₹1.72 lakh crore; records increase of 13% Y-o-Y
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) November 1, 2023
Revenue from domestic transactions (including import of services) is also 13% higher Y-o-Y
Average gross monthly #GST collection in FY… pic.twitter.com/8SRs9RZXPa
मंत्रालय ने कहा कि वित्त वर्ष 2014 में औसत सकल मासिक जीएसटी संग्रह अब 1.66 लाख करोड़ रुपये है, जो सालाना आधार पर 11% अधिक है। अक्टूबर 2023 में एकत्रित सकल जीएसटी राजस्व 1,72,003 करोड़ रुपये है, जिसमें से 30,062 करोड़ रुपये सीजीएसटी, 38,171 करोड़ रुपये एसजीएसटी, 91,315 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 42,127 करोड़ रुपये सहित) आईजीएसटी है।
12,456 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 1,294 करोड़ रुपये सहित) उपकर है। वित्त वर्ष 24 में औसत सकल मासिक जीएसटी संग्रह अब 1.66 लाख करोड़ रुपये है और पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि की तुलना में 11% अधिक है।