नयी दिल्ली, 30 नवंबर उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने मंगलवार को कहा कि देश की दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर का 8.4 प्रतिशत का आंकड़ा उत्साह जगाने वाला है और चालू वित्त वर्ष में इसके दहाई अंक में रहने की उम्मीद है।
पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए सार्थक और सक्रिय सुधारों, भारतीय रिजर्व बैंक के सोच-समझकर उठाये गये कदमों, तेजी से चलाए गए टीकाकरण अभियान, बेहतर उपभोक्ता एवं कारोबारी धारणा और कमजोर तुलनात्मक आधार से अर्थव्यवस्था 2020-21 की बड़ी गिरावट से बाहर आ गयी है।
उन्होंने कहा कि उद्योग मंडल को वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 10.25 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
मुल्तानी ने कहा कि इस समय देश में खपत और निजी निवेश को समर्थन देने के लिए जिंसों की ऊंची कीमतों तथा कच्चे माल की कमी को दूर करने की आवश्यकता है।
उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि की अच्छी बात यह है कि आर्थिक वृद्धि चौतरफा है। महामारी से प्रभावित ज्यादातर क्षेत्र पटरी पर लौटते दिख रहे हैं।
उसने कहा, ‘‘हालांकि कोरोनावायरस के नये स्वरूप के सामने आने के बाद वैश्विक स्तर पर पाबंदियों के साथ वृद्धि दर की गति को बनाये रखना एक चुनौती होगी।’’
उद्योग मंडल ने कहा कि टीकाकरण पर ध्यान बनाये रखने और कोविड महामारी से बचाव के उपाय जारी रखना जरूरी है।
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