नयी दिल्ली, 17 सितंबर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार खाद्य सुरक्षा के साथ ही पोषण सुरक्षा हासिल करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
हैदराबाद में पोषण सुरक्षा पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को ‘अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ के रूप में घोषित किया है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक तोमर ने मौजूदा पीढ़ी से ज्वार, बाजरा जैसे पोषक खाद्यान्नों के महत्व को समझने और इसे अपनी दैनिक खुराक में शामिल करने की अपील की।
उन्होंने बताया कि केंद्र ने कृषि क्षेत्र की खामियों को दूर करने के लिए 1.5 लाख रुपये के कृषि अवसंरचना कोष की घोषणा की है।
तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने तिलहनों और पाम तेल की खेती के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है जिससे तेलंगाना के किसानों को काफी फायदा होगा क्योंकि राज्य की जमीन इन फसलों की खेती के अनुकूल है।
उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को कृषि में निवेश की खातिर प्रोत्साहित करने और फसलों के लिए लाभदायक उपज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से नए कृषि कानून बनाए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि सरकार 10,000 नए कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की स्थापना के लिए 6,850 करोड़ रुपये खर्च करेगी और इसके परिणामस्वरूप करीब 86 प्रतिशत किसानों की जिंदगी बदल जाएगी।
हैदराबाद स्थित आईसीएआर- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च (आईआईएमआर), संयुक्त राष्ट्र का खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और कृषि मंत्रालय इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं।
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