लाइव न्यूज़ :

आईओसी से रिलायंस तक: हाइड्रोजन पर भारत के जोर देने के साथ कंपनियों का बढ़ रहा आकर्षण

By भाषा | Updated: August 15, 2021 16:02 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 15 अगस्त देश के कार्बन मुक्त ईंधन की तरफ बढ़ने के साथ उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी की कंपनियों से लेकर सरकार के स्वामित्व वाली पेट्रोलियम इकाई इंडियन ऑयल तथा विद्युत उत्पादक एनटीपीसी जैसी भारतीय कंपनियों ने हाइड्रोजन को ईंधन के रूप में अपनाने की महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की है।

हाइड्रोजन दुनिया की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए चर्चा के केंद्र में है। ऊर्जा का सबसे स्वच्छ रूप होने के कारण, इसे प्राकृतिक गैस, बायोमास, और नवीकरणीय स्रोत जैसे सौर एवं पवन ऊर्जा जैसे विभिन्न संसाधनों से उत्पादित किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल कारों में, घरों में, पोर्टेबल बिजली के लिए और कई अन्य चीजों में किया जा सकता है।

निस्संदेह, दुनिया के अन्य स्थानों की तरह भारत में भी इसका महत्व बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की।

उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "हरित हाइड्रोजन दुनिया का भविष्य है। आज मैं (भारत को) हरित हाइड्रोजन का नया वैश्विक केंद्र और इसका सबसे बड़ा निर्यातक बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन शुरू किये जाने की घोषणा करता हूं।"

मिशन की घोषणा पहली बार फरवरी में चालू वित्त वर्ष के केंद्रीय बजट में की गई थी और तब से कंपनियां एक के बाद एक परियोजनाओं की घोषणा कर रही हैं। लेकिन न तो कंपनियों की घोषणाओं में और न ही रविवार को मोदी के संबोधन में उत्पादन या क्षमता के लक्ष्यों के बारे में कुछ कहा गया।

परिवहन क्षेत्र के अलावा, हाइड्रोजन का कई क्षेत्रों जैसे कि रसायन, लोहा और इस्पात, हीटिंग और बिजली में इस्तेमाल किया सकता है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष अंबानी ने हाल ही में 2035 तक शुद्ध कार्बन-शून्य कंपनी बनने के अपनी कंपनी के लक्ष्य के तहत हाइड्रोजन से जुड़ी योजनाओं की घोषणा की।

उन्होंने गत 24 जून को शेयरधारकों से कहा था, "रिलायंस कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उपयोगकर्ता बना रहेगा, लेकिन हम अपने कार्बन (सीओ) को उपयोगी उत्पादों और रसायनों में बदलने के लिए नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

अंबानी ने कहा था, "रिलायंस के पास परिवहन ईंधन को मूल्यवान पेट्रोकेमिकल और सामग्री निर्माण खंडों में बदलने के लिए स्वामित्व वाली तकनीक भी है। साथ ही, हम परिवहन ईंधन की जगह स्वच्छ बिजली और हाइड्रोजन लाएंगे।"

मार्च में, अडाणी समूह ने भी भारत में हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं को विकसित करने के लिए इटली की ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी कंपनी मैयर टेक्निमोंट के साथ साझेदारी की घोषणा की थी।

भारत की 25 करोड़ टन तेल शोधन क्षमता का लगभग एक तिहाई नियंत्रण करने वाली इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) उत्तर प्रदेश की अपनी मथुरा रिफाइनरी में एक हरित हाइड्रोजन संयंत्र का निर्माण करने की योजना बना रही है।

देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने भी लद्दाख के लेह में भारत का पहला हरित हाइड्रोजन स्टेशन स्थापित करने की घोषणा की है। कंपनी देश में सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क में इस्तेमाल के लिए प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन के मिश्रण की एक पायलट परियोजना शुरू करने की योजना बना रही है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतWATCH: भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान की दिशा में बड़ा कदम, इसरो ने 'गगनयान मिशन' की लैंडिंग के लिए जिम्मेदार पैराशूट का किया परीक्षण

कारोबारGold Rate Today: आज का सोने का रेट, जानें 20 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में सोने की कीमत

स्वास्थ्यFSSAI: अंडे खाना सुरक्षित, कैंसर संबंधी खतरे के दावे निराधार

क्राइम अलर्टकिसी और शादी और प्रेमी अशोक दास ने संबंध बनाया?, पहले 500000 रुपये दो फिर?, प्रेमिका के घर प्रेमी ने फांसी लगाई, पिता ने कहा-बेटे को बंधक बनाकर मार डाला

कारोबारबिहार के सिल्क सिटी भागलपुर में फीकी पड़ रही है रेशम के धागों की चमक, जूझ रहा है आधुनिक तकनीक और बाजार की चुनौतियों से

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारPetrol Diesel Price Today: दिल्ली से लेकर मुंबई तक अपडेट हो गए पेट्रोल और डीजल के दाम, बस एक क्लिक से करें चेक

कारोबारखाद्य सब्सिडी बढ़ी, नहीं घटी किसानों की चिंता

कारोबारविपक्ष फ्रस्ट्रेशन में हैं, कुछ भी बयान देते हैं, सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा-जनता ने कांग्रेस की नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया

कारोबारगृह मंत्री की डेड लाइन से पहले हमने खत्म कर दिया नक्सलवाद, नक्सलियों के पास थे पाकिस्तानी सेना जैसे हथियार?, सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में रखे विचार

कारोबारस्वास्थ्य क्षेत्र में 42000 नई नौकरी, मुख्यमंत्री यादव ने विधान सभा पटल पर रखा पक्ष