मुंबई, 11 नवंबर मुंबई में कुछ निजी कंपनियों के चार शीर्ष अधिकारियों को तीन अलग अलग मामलों में कथित तौर पर 408.67 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लेने के अरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। जीएसटी आसूचना महानिदेशालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
महानिदेशालय के बयान में कहा गया है कि इन लोगों को यह पता चलने के बाद गिरफ्तार किया गया कि इन्होंने 408.67 करोड़ रुपये का आईटीसी हासिल किया, उसका इस्तेमाल किया और इसके साथ ही फर्जी आईटीसी भी पारित किया। यह पूरा गोरखधंधा माल अथवा सेवाओं की आपूर्ति किये बिना ही बिल प्राप्त करने अथवा जारी करने के आधार पर किया गया।
गिरफ्तार किये गये अधिकारियों में एसीएस हार्डवेयर एण्ड नेटवर्किंग के मालिक, राणे मेगास्ट्रक्चर के निदेशक, केसरिया मेटल के निदेशक एवं प्रवर्तक और शैलजा कमर्शियल ट्रेड फ्रेंजी के प्रबंध निदेशक शामिल हैं।
ये गिरफ्तारियां जीएसटी आसूचना महानिदेशालय की मुंबई क्षेत्र इकाई ने मंगलवार को कीं।
उल्लेखनीय है कि इनपुट टैक्स क्रेडिट की सुविधा उद्यमियों को उनके उत्पाद की लागत कम रखने के लिये उपलब्ध कराई जाती है। विनिर्माता कच्चे माल की खरीद पर दिये गये कर पर आगे छूट का दावा करते हैं। इससे उनके उत्पाद की लागत कम होती है क्योंकि उन्हें कर के ऊपर कर का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
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