नयी दिल्ली, 12 जून रियल्टी प्रमुख डीएलएफ ने पिछले वित्तवर्ष में 3,084 करोड़ रुपये की आवासीय संपत्तियों की बिक्री की, जो वित्तवर्ष 2019-20 में हुई बिक्री से 24 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। महामारी के बावजूद कंपनी को पूर्ण और आवासों के लिए बेहतर मांग देखने को मिली।
निवेशकों को दी गई प्रस्तुति के अनुसार, कंपनी की बिक्री बुकिंग वित्तवर्ष 2019-20 में 2,485 करोड़ रुपये की हुई थी।
डीएलएफ ने कहा, "वित्तवर्ष की पहली तिमाही की खामोशी के बावजूद वित्तवर्ष के लिए 3,084 करोड़ रुपये की नई बिक्री हुई।"
कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए देशव्यापी लॉकडाऊन के कारण वित्तवर्ष 2020-21 की जून तिमाही के दौरान आवास की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई।
डीएलएफ ने कहा, "आवासीय मांग ने वित्तवर्ष 2021 के उत्तरार्द्ध के दौरान मजबूत प्रदर्शन किया। वित्तवर्ष 2022 की प्रथम तिमाही लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण प्रभावित हो सकता है।"
कंपनी को गुरुग्राम में अपनी स्वतंत्र मंजिल वाले आवासों के लिए अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
प्रस्तुति के अनुसार, डीएलएफ ने पिछले वित्तवर्ष के दौरान 51.2 लाख वर्ग फुट सहित 2,169 इकाइयों के लिए कब्जा पत्र जारी किए।
शुक्रवार को, डीएलएफ ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए 480.94 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा दर्ज किया।
एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 1,857.76 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,906.59 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,873.80 करोड़ रुपये थी।
वित्तवर्ष 2020-21 में, डीएलएफ ने पिछले साल की समान अवधि में हुए 583.19 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे के मुकाबले 1,093.61 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया।
पिछले वित्तवर्ष में कुल आय घटकर 5,944.89 करोड़ रुपये रह गई, जो वित्तवर्ष 2019-20 में 6,888.14 रुपये थी।
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