नयी दिल्ली, 15 दिसंबर खनन क्षेत्र के प्रमुख उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न विवादों के चलते देश में करीब 500 खदानें बंद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इन खदानों में कामकाज शुरू होने से देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।
वेदांता रिर्सोसेज के चेयरमैन अग्रवाल ने उद्योग मंडल एसोचैम के कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकतम राजस्व प्राकृतिक संसाधनों से आता है... आज हमारी 500 खदानें कुछ विवादों के कारण परिचालन में नहीं है।’’
अग्रवाल ने कहा कि अगर इन खदानों में उत्पादन शुरू होता है और हम उत्पादन को दोगुना करते हैं, तो इससे 5,000 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर कोई सवाल नहीं रह जाता है।
उन्होंने स्व-प्रमाणन की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि मंजूरी लेने में कई साल लग जाते हैं, ऐसे में स्व-प्रमाणन को बढ़ावा देने की जरूरत है।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘अगर नियमों का अनुपालन नहीं होता, आप भारी जुर्माना लगाइये...।’’
अग्रवाल ने बड़े पैमाने पर विनिवेश की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि हर साल यदि 20 के करीब विनिवेश होते हैं तो बड़ी मात्रा में संपत्ति का सृजन होगा। ‘‘इससे आपको काफी धन संपत्ति प्राप्त होगी।’’
उन्होंने कहा कि दुनिया में कही भी सरकारें व्यवसाय नहीं चलाती हैं।
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