कोयला, लिग्नाइट कंपनियों की 2030 तक 5,560 मेगावॉट की अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता की योजना
By भाषा | Updated: November 18, 2021 21:43 IST2021-11-18T21:43:26+5:302021-11-18T21:43:26+5:30

कोयला, लिग्नाइट कंपनियों की 2030 तक 5,560 मेगावॉट की अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता की योजना
नयी दिल्ली, 18 नवंबर कोयला और लिग्नाइट कंपनियों ने 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ 2030 तक 5,560 मेगावॉट की अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की योजना बनाई है।
कोयला मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि कंपनियों की यह योजना गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता को वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट तक बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि इससे कुल स्थापित क्षमता 7,000 मेगावॉट हो जाएगी। अकेले कोल इंडिया (सीआईएल) ने अपने शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अगले पांच साल में 3,000 मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की योजना बनाई है।
'पंचामृत रणनीति' के तहत सीओपी 26 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल में नए जलवायु लक्ष्यों की घोषणा के साथ ही भारत ने स्वच्छ ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
बयान के अनुसार, कोयले को देश में बिजली उत्पादन के लिए प्राथमिक ईंधन की भूमिका तब तक निभानी है, जब तक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत पूर्ण रूप से देश की बिजली की जरूरत को पूरा करने की स्थिति में नहीं पहुंचते हैं।
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