Byju's: मुश्किलों में फंसती जा रही शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू को बड़ा झटका, बड़े निवेशक ने छोड़ दिया साथ, जानें क्या कहा...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 25, 2023 05:08 PM2023-07-25T17:08:37+5:302023-07-25T17:37:05+5:30
Byju's: प्रोसस ने इस साल बायजू का मूल्यांकन 22 अरब अमेरिकी डॉलर से घटाकर 5.1 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया था।
Byju's: शिक्षा क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनी बायजू के निवेशक प्रोसस एनवी ने मंगलवार को कहा कि संकटग्रस्त कंपनी की शासन संरचना पर्याप्त विकसित नहीं हुई थी। प्रोसस ने साथ ही कहा कि कंपनी में उसके पूर्व निदेशक के बार-बार प्रयासों के बावजूद ‘‘नियमित रूप से सलाह की उपेक्षा’’ की गई।
प्रोसस ने इस साल बायजू का मूल्यांकन 22 अरब अमेरिकी डॉलर से घटाकर 5.1 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया था। उसने कहा कि उसके निदेशक ने पिछले महीने बायजू के बोर्ड से हटने का निर्णय इसलिए किया क्योंकि वह ‘‘कंपनी और उसके हितधारकों के दीर्घकालिक हितों की रक्षा करने के अपने कर्तव्य को पूरा करने में असमर्थ थे।’’
बायजू के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने अपने मूल्यवान निवेशकों की टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। हमने अपने शेयरधारकों को कॉरपोरेट प्रशासन और वित्तीय सूचना देने में किए गए सुधार के बारे में बताया है।’’ प्रोसस ने बयान में कहा कि 2018 में उसके पहले निवेश के बाद से बायजू ने काफी वृद्धि की है।
निवेशक ने आगे कहा, ‘‘लेकिन समय के साथ इसकी रिपोर्टिंग और शासन संरचनाएं उस पैमाने की कंपनी के लिए पर्याप्त रूप से विकसित नहीं हुईं।’’ प्रोसस ने कहा कि बायजू के कार्यकारी नेतृत्व ने रणनीतिक, परिचालन, कानूनी और कॉरपोरेट प्रशासन से जुड़े मामलों से सलाह और सिफारिशों की नियमित रूप से उपेक्षा की।
बायजू के कर्जदाता तीन अगस्त तक कर्ज शर्तों में संशोधन पर सहमत
मुश्किलों में फंसती जा रही शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के कर्जदाताओं ने 1.2 अरब डॉलर के कर्ज की शर्तों में तीन अगस्त तक बदलाव करने पर सोमवार को सहमति जताई। कर्जदाताओं की संचालन समिति में बायजू के ऋण को संशोधित करने पर सहमति जताई गई। ऐसा होने पर कर्ज की त्वरित अदायगी से जुड़ा मामला और सभी कानूनी विवादों का भी तत्काल समाधान हो जाएगा।
हालांकि इस बारे में टिप्पणी के लिए भेजे गए ईमेल का बायजू की तरफ से फिलहाल कोई जवाब नहीं आया है। कर्जदाताओं की संचालन समिति में शामिल पक्षों का बायजू पर बकाया 1.2 अरब डॉलर के कर्ज में करीब 85 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कर्जदाताओं ने एक बयान में कहा, "हम एक कर्ज संशोधन की दिशा में बायजू के साथ हुई प्रगति से खुश हैं।
यह घोषणा बायजू प्रबंधन के साथ मिलकर काम करने के हमारे घोषित लक्ष्य के अनुरूप है।" बयान के मुताबिक, अगले दो हफ्तों में कर्ज संशोधन पूरा हो जाने की उम्मीद है। बायजू की वित्तीय समस्या पिछले कुछ महीनों में बढ़ गई है।
सावधि कर्ज देने वाली फर्मों की तरफ से जीएलएएस ट्रस्ट कंपनी ने बायजू की अमेरिकी अनुषंगी के खिलाफ मुकदमा भी दायर कर दिया है। मुश्किलें बढ़ती देख बायजू प्रबंधन ने एक सलाहकार परिषद भी बनाई है जिसमें एसबीआई के पूर्व प्रबंध निदेशक रजनीश कुमार और इन्फोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी टी वी मोहनदास पई भी शामिल हैं।