Brazil: नशे के खिलाफ रियो डी जेनेरियो शहर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 119 लोगों की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 30, 2025 10:46 IST2025-10-30T10:11:01+5:302025-10-30T10:46:23+5:30
Brazil: छापे की कार्रवाई लगभग 2,500 पुलिसकर्मियों और सैनिकों ने पेन्हा और कॉम्प्लेक्सो डी अलेमाओ में की थी।

Brazil: नशे के खिलाफ रियो डी जेनेरियो शहर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 119 लोगों की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन
Brazil: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में निम्न आय वर्ग वाले लोगों के रिहाइशी इलाके में मादक पदार्थ गिरोह के खिलाफ पुलिस की छापे की कार्रवाई में कम से कम 119 लोगों की मौत होने के बाद बुधवार को विरोध प्रदर्शन हुए और गवर्नर से इस्तीफा देने की मांग की गई। पुलिस की इस कार्रवाई को शहर के इतिहास की सबसे घातक कार्रवाई माना जा रहा है। लोगों ने सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन किए और पुलिस पर एक खास वर्ग के लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
बड़ी संख्या में लोग सरकारी मुख्यालय के सामने एकत्र हुए। उन्होंने नारे लगाए और लाल रंग से रंगे ब्राजीलियाई झंडे लहराए। मृतकों की संख्या और शवों की अवस्था (विकृति और चाकू के घाव आदि) को लेकर तत्काल सवाल उठने लगे। ब्राजील के उच्चतम न्यायालय, अभियोजकों और सांसदों ने गवर्नर कास्त्रो से अभियान की विस्तृत जानकारी प्रदान करने को कहा।
🇧🇷 #VIRAL | 🎥 ASÍ SE GRABABAN LOS "ANGELITOS" DEL COMANDO VERMELHO ANTES SER NEUTRALIZADOS
— ElPirobo_TM (@ElPirobo_TM) October 30, 2025
📲 En #Brasil el Gobierno de Rio de Janeiro dio un golpe histórico: 132 criminales abatidos y más de 80 capturados en megaoperativo contra el Comando Vermelho #ComandoVermelho#brasil… pic.twitter.com/UMRXOK2KU4
मृतकों की कुल संख्या अधिकारियों द्वारा पूर्व में बताई गई संख्या से कही अधिक है। अधिकारियों ने पहले कहा था कि 60 लोग मारे गए है। छापे की कार्रवाई लगभग 2,500 पुलिसकर्मियों और सैनिकों ने पेन्हा और कॉम्प्लेक्सो डी अलेमाओ में की थी।
स्थानीय निवासी एलिसांगेला सिल्वा सैंटोस (50) ने पेन्हा में कहा, "वे उन्हें जेल ले जा सकते थे, उन्हें इस तरह क्यों मार रहे हैं? उनमें से बहुत से जिंदा थे और मदद के लिए पुकार रहे थे। हां, वे तस्कर हैं, लेकिन वे इंसान हैं।" पुलिस और सैनिकों ने हेलीकॉप्टरों, बख्तरबंद वाहनों और पैदल ही अभियान शुरू किया, जिसका लक्ष्य ‘रेड कमांड’ गिरोह था।