बिहार के सुधा डेयरी के उत्पाद विदेशों में दिखाएंगे अपना दम, गुलाब जामुन कनाडा तो घी भेजा गया अमेरिका
By एस पी सिन्हा | Updated: March 7, 2025 17:02 IST2025-03-07T17:02:20+5:302025-03-07T17:02:26+5:30
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिहार के किसानों और पशुपालकों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कॉम्फेड को बधाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है आने वाले समय में और उत्पादों का निर्यात होगा।

बिहार के सुधा डेयरी के उत्पाद विदेशों में दिखाएंगे अपना दम, गुलाब जामुन कनाडा तो घी भेजा गया अमेरिका
पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक अणे मार्ग से बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन (कॉम्फेड) के उत्पादों के पहले निर्यात खेप को हरी झंडी दिखाई। इस तरह सुधा घी, गुलाब जामुन और मखाना अब अमेरिका और कनाडा के बाजारों में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे। कार्यक्रम के दौरान भेजे जाने वाले सामान घी, मखाना एवं गुलाब जामुन का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिहार के किसानों और पशुपालकों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कॉम्फेड को बधाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है आने वाले समय में और उत्पादों का निर्यात होगा।
इस दौरान पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एन० विजयलक्ष्मी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एक वाहन में मखाना और घी को अमेरिका के लिये तथा दूसरे वाहन में गुलाब जामुन को कनाडा के लिये भेजा जा रहा है। यह वाहन समुद्री पोर्ट तक सामानों को पहुंचायेगा। समुद्री पोर्ट से फिर सामान को अमेरिका और कनाडा भेजा जायेगा। इनमें से एक वाहन में बिहार में उत्पादित मखाना और घी है जो कि अमेरिका भेजी जाएगी। जबकि दूसरे वाहन के जरिए गुलाब जामुन कनाडा भेजा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट और कोलकाता पोर्ट से 5700 किलो घी, 500 किलो मखाना और 5000 किलो गुलाब जामुन विदेशों के लिए रवाना किया गया। जबकि 48 लाख रुपए के इस निर्यात खेप में सुधा घी को 1, 5 और 10 किलो के पैक में अमेरिका भेजा जा रहा है। इसके साथ ही सुधा गुलाब जामुन 1 किलो पैक में कनाडा पहुंचेगा। इस दौरान कॉम्फेड के प्रबंध निदेशक राज कुमार ने बताया कि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार के चलते अब उनकी सेल्फ लाइफ बढ़ गई है।
अब सुधा घी 1.5 साल और गुलाब जामुन 1 साल तक ताजा रहेगा। बिहार के दुग्ध उत्पाद और पारंपरिक खाद्य सामग्री अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। कॉम्फेड की इस पहल से बिहार के पशुपालकों और किसानों की आय में वृद्धि होगी, साथ ही प्रदेश के उत्पादों की गुणवत्ता और लोकप्रियता भी बढ़ेगी।
इस दौरान केन्द्रीय पंचायती राज, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह, बिहार की पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व मंत्री संजय सरावगी, पर्यावरण मंत्री डॉक्टर सुनील कुमार और सांसद संजय कुमार झा इत्यादि मौजूद रहे।