नयी दिल्ली, 29 अप्रैल वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति ने कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए अर्थव्यवस्था के समक्ष उभरती चुनौतियों को लेकर सतर्क रहने और वित्तीय बाजारों की मजबूती सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास इस उप-समिति के अध्यक्ष है।
एफएसडीसी की उप-समिति की बैठक वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये हुई। इसमें भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) और बीमा निामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) समेत वित्तीय क्षेत्र के नियामकों तथा वित्त मंत्रालय,कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयके अधिकारी शामिल हुए है।
आरबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘बैठक में सदस्यों ने महामारी के फिर से बढ़ने के कारण उभर रही नई चुनौतियों को लेकर सतर्क रहने और वित्तीय बाजारों तथा वित्तीय संस्थानों की मजबूती सुनिश्चित करने के लिये अति सक्रिय रहने का संकल्प लिया है।’’
उप-समिति ने वैश्विक और घरेलू अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के साथ वित्तीय प्रणाली से संबद्ध विभिन्न क्षेत्रों की भी समीक्षा की। बैठक में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न परिदृश्य पर सदस्यों के आकलन पर भी चर्चा की गयी।
इससे पहले, उच्च स्तरीय समिति की पिछली बैठक इस साल जनवरी में हुई थी। उस समय कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में थी। मामले कुछ सैकड़ों तक सिमट गये थे।
इस समय देश में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले आठ दिनों से हर दिन 3 लाख से अधिक मामले आ रहे हैं। साथ ही दिन-ब-दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़े के अनुसार देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 3,79,257 मामले दर्ज किए गए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,83,76,524 हो गए है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या 30 लाख के पार पहुंच गई है।
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